सोचा था कि लफ्जो से क्या कहे हम उन्हे , हमारी खामोशी को वो खुद ही पढ़ लेंगे , मगर मैं ,ये ना जाने क्यूं भूल गया की कान हम दोनो के पास है ।। ©#Rahul #ख़ामोशी #ल.
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