इन पन्नो पे घिस रही उंगलियां न जाने ओ ख्वाब कब पूरे होंगे जब खुस होकर अपनी मां से ये कहूंगी मां मेरी हर कमाई का हकदार सिर्फ तू है ©jyotibanvasi.
1 Stories
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here