उसका प्यारा सा मुस्कान....जैसे पूर्णिमा का चाँद !! उसका अतरंगी मिजाज....जैसे आम का अचार !! उसका सुंदर काया....जैसे दोपहर का छाया !! उसका शर्मीलापन....जैसे बनारस.
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