हम तुम्हारे हो गए पर तुम हमारे हुवे नहीं । आग तुम्हारी बुझ गई, पर इस दिल की आग बुझे नहीं । सारी उम्र तड़पते रहेंगे, तेरे दिल में रहने की सजा पाकर, चोट कितने खाए.
1 Stories
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here