मैं टुटे दिल का आशिक नहीं, एक कवि हूं जो रंग बसा रचनाओं में शब्दों की लहरों में बहता हूं, भावनाओं के सागर में उड़ता हूं आकाश में| मेरी कविताएँ नहीं ज़ुबानों क.
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