ये कैसे मोड़ पर ले आई है जिंदगी अपने भी अब लगते हैं अजनबी अपनों का किस्सा सुनकर भी मजबूर हो जाना आसां नहीं होता यारों घर से दूर हो जाना ना मुझे ख़बर किसी की ना.
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