इस ख़्याल को शायरी या शॉर्ट स्टोरी में बदलें #Men
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#शायरी  Duniya ke tane sunkr jo puri raat soye nhi akhir kyo mard roye nhi,
apne parivaar ka boojh utakr jo dukhi hoye nhi aakhir kyo mard roye nhi ...

©Deeksha

'दर्द भरी शायरी'

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गिनता रहा रात भर तारे आसमा के उलझनों में फसें यूं सोए नहीं जिम्मेदारियों का बोझ जो कंधे पर था भर आंखे – आंखो को डुबोए नहीं खुशी ठहरी थी कितनो की हम्ही से तभी तो....... .. . .. ©Aryan Shivam Mishra

#मोटिवेशनल #aryanshivammishra #sad_feeling #Feeling #sadness  गिनता रहा रात भर तारे आसमा के 
उलझनों में फसें यूं सोए नहीं 
जिम्मेदारियों का बोझ जो कंधे पर था 
भर आंखे – आंखो को डुबोए नहीं 
खुशी ठहरी थी कितनो की हम्ही से 
तभी तो.......
..
. ..

©Aryan Shivam Mishra

#sadness #SAD #sad_feeling #status #Love #Pyar #Feeling #nojoto #aryanshivammishra मोटिवेशनल कोट्स ऑफ़ द डे प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स इन इंग्लिश मोटिवेशनल कोट्स समस्याओं पर 'हिंदी मोटिवेशनल कोट्स'

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#कविता #Dil  Hote hain vo bhi utne hi samvedansheel..ahsas har rishte ka unhe bhi gahra...
sukh me khush vo jo hote...to gam unhe bhi rulaye utna hi...
bhar aati hain unki bhi aankhen...apno se bichhad ke...to kyun vo chhupayen aansuon se bhara chehara...
kyun unhe dikhne ko kare majboor patthardil..jab ki hai unke bhi seene me narm sa dil dhadkta...

©Manisha Singh Raghuvanshi

#Dil to hai sabka dhadkta🩷❤️

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#कविता #mard  क्यों दीवार बना दी कि मर्द रोए नही
क्या मर्द को दर्द नही होता, 
जब सबको होता है सर दर्द
तो फिर रो क्यों नहीं सकता मर्द, 
हटने दो ये पर्दा रोने दो 
उनके जज्बातों को खुलने दो, 
रो सकते हैं वो भी मुझे कहने दो
मर्दों के आंसू बिना लाज के बहनें दो।।

©Jyoti Kumari

##mard bhi ro sakta ha

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#विचार  मर्द एक बड़ के वृक्ष की तरह होता है जो अपनी अनेक सखाओ से अनेक वृक्ष पैदा कर सकता है बस आंखो में आंसुओ की जगह ना हो  वजह अपने आप बदल जाएगी

©Arvind Merawat

मर्द एक बड़ के वृक्ष की तरह होता है जो अपनी अनेक सखाओ से अनेक वृक्ष पैदा कर सकता है बस आंखो में आंसुओ की जगह ना हो वजह अपने आप बदल जाएगी ©Arvind Merawat

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#शायरी #Dard  मर्द है तू रो नहीं सकता कहती दुनिया सारी है कोई उससे से पूछो जरा कि उसने ज़िन्दगी कैसे गुजारी है जिम्मेदारियों का बोझ उठाते हुए हर पल मुस्कुराता है कोई उससे भी पूछो जरा तू दिल में क्या छुपाता है उमड़ आता है दिल में दर्द फिर भी आंसू छुपाता है अपनो की खातिर हर गम सह जाता है

©Rakhi Tomar

#Dard e dil

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