बरसो गुजर गए रोकर नहीं देखा, आँखों में नींद थी सोकर नहीं देखा, आखिर वो क्या जाने दर्द मोहब्बत का, जिसने किसी को कभी खोकर नहीं देखा। ©Amar #जमाने_गुजर_गए❤️.
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