खुश हूँ क्यूंकि, Poem of positivity :
खुश हूं 😊
"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं
"काम में खुश हूं," आराम में खुश हू 😊
"आज पनीर नहीं," आलू में ही खुश हूं
"आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूं 😊
" अगर किसी का साथ नहीं," तो अकेला ही खुश हूं "
"आज कोई नाराज है," उसके इस अंदाज से ही खुश हूं 😊
"जिस को देख नहीं सकता," उसकी आवाज से ही खुश हूं"
"जिसको पा नहीं सकता,"... उसको सोच कर ही खुश हूं 😊
"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश हूं "
" आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश हूं 😊
"हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में ही खुश हूं"
"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं 😊
गुड मॉर्निंग
©Rihan khan
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