कुछ सही नही जा रहा, कुछ सही नही जाएंगा, जब तक तु घर नही जाएंगा, कुछ सही नही हो पाएगा, तू परिंदा है घर का, तु बाहर नहीं उड़ पाएगा, उड़ान तो भरेगा पर, बार बार गिर.
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