ख़ामोशी में शोर मचाती ये ख़ामोशी । है सारे सुकून की तबाही ये ख़ामोशी । रूह का लिबास उधेड़ती ये ख़ामोशी । अक़्स में वजूद तलाशती ये ख़ामोशी । दिल में मोहब्बत और नज़र म.
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