ये सम्पूर्ण संसार एक रंगमंच हैं
जिसमें सभी को अपना अपना
किरदार मिला है, इनमें मेरा
किरदार विशेष हैं, जिसमें किसी
के लिए कोई बुरी भावना नहीं हैं
मैं स्वीकार करती हूँ हर व्यक्ति को
उसकी अच्छाईयां और बुराईयां
के साथ, क्योंकि हर व्यक्ति को
अपना अपना किरदार मिला हैं
जिसका जैसा किरदार उसका
वैसा ही कर्तव्य होगा, और
मैं ये भी भलीभाँति जानती हूँ
जिसका जैसा कर्तव्य होता हैं
उसे उसीप्रकार फल प्राप्त होता है,
इसलिए मैं अपना सम्पूर्ण ध्यान
अपने कर्तव्य पर ही केन्द्रित करती हूँ
क्योंकि जैसा करूँगी वैसा ही पाऊंगी
मेरे लिए हर कार्य सहज हैं, जो चाहूंगी
वह सहज रुप से कर पाऊंगी....!!
©💞Priya Kaushik💞
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