दिल के मज़बूत लोग
दिल के मज़बूत लोग अक्सर खामोश होते हैं,
दिन में हँसते, मगर रातों में रोते हैं।
जज़्बात छिपाते हैं, दर्द बयां नहीं करते,
सबके लिए दीवार, खुद के लिए ढह जाते हैं।
अश्कों को छुपा कर हंसते हैं ये चेहरे,
रात के सन्नाटों में बिखर जाते हैं सारे पहरे।
जो दिखते हैं सबसे मजबूत,
वही अक्सर अपने टूटे ख़्वाब समेटते हैं।
इनकी मजबूती को मत समझना बेअसर,
ये रातों को अकेले, अपने जख्म खुद सीते हैं।
दिन के उजालों में ये रौशनी बन जाते हैं,
पर रात की तनहाइयों में, बस खुद को पाते हैं।
©UNCLE彡RAVAN
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