Gandhi Jayanti
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युद्ध कहा था, किसी ने युद्ध जरूरी है, शांति के लिए पर, शांति किसके लिए ? श्मशान-क़ब्रिस्तान के मुर्दों तो कभी, आबाद, बदहवास लोगों के लिए विरान गांव-शहर भूख से बिलबिलाते बेजान, निढ़ाल पड़े लोगों के लिए या फिर, अपने टूटें उम्मीदों और ख्वाहिशों की बोझ उठाएं लाशों की ढ़ेर में अपनों की तलाश करते लोगों के लिए भय और घृणा क्रूरता और प्रतिशोध आधारित निर्थक है, ऐसी शांति! ©Raj Kumar Raj

#विचार #GandhiJi  युद्ध 

कहा था, किसी ने
युद्ध जरूरी है,
शांति के लिए
पर, शांति किसके लिए ?
श्मशान-क़ब्रिस्तान के मुर्दों 
तो कभी, 
आबाद, 
बदहवास लोगों के लिए 

विरान गांव-शहर 
भूख से बिलबिलाते
बेजान,
निढ़ाल पड़े लोगों के लिए

या फिर, 
अपने टूटें उम्मीदों
और
ख्वाहिशों की बोझ उठाएं
लाशों की ढ़ेर में 
अपनों की तलाश करते लोगों के लिए

भय और घृणा 
क्रूरता और प्रतिशोध 
आधारित
निर्थक है, ऐसी शांति!

©Raj Kumar Raj

#GandhiJi स्वामी विवेकानंद के विचार शुभ विचार अनमोल विचार

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गुरु वही, जिसमें गुरुर न हो ©Internet Jockey

#GandhiJi  गुरु वही, जिसमें गुरुर न हो

©Internet Jockey

गुरु वही, जिसमें गुरुर न हो #GandhiJi #Quotes

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इस तरह से जियें जैसे आप कल मरने वाले हैं. इस तरह से सीखें जैसे आप वर्षों जीवित रहने वाले हैं.- महात्मा गांधी... ©Mau Jha

#GandhiJi  इस तरह से जियें जैसे आप कल मरने वाले हैं. इस तरह से सीखें जैसे आप वर्षों जीवित रहने वाले हैं.- महात्मा गांधी...

©Mau Jha

#GandhiJi

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लाशें पड़ी थी सड़को पर फिर भी गांधी मौन थे... और तुम कहते हो चरखे से आजादी आयी तो फांसी पर चढ़ने वाले वो नौजवान कौन थे..# . . ©Nitin Sharma

#bhagatsingh #GandhiJi #Gandhi #bharat  लाशें पड़ी थी सड़को पर
फिर भी गांधी मौन थे...
और
तुम कहते हो चरखे से आजादी आयी
तो फांसी पर चढ़ने वाले वो नौजवान कौन थे..#
.

.

©Nitin Sharma

भूखे का धर्म है रोटी -अज्ञात ©Internet Jockey

#विचार #GandhiJi  भूखे का धर्म है रोटी
-अज्ञात

©Internet Jockey

भूखे का धर्म है रोटी #GandhiJi

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अहिंसा सत्य दोनों को निभाना मानना बहुत जरूरी है। पर कई बार सबका मन रखते रखते हम हमारे मन से न जाने कब हिंसा कर बैठते है। ©Smita Sapre

#GandhiJi  अहिंसा सत्य दोनों को निभाना
 मानना बहुत जरूरी है।
पर कई बार सबका मन रखते रखते
हम हमारे मन से न जाने 
कब हिंसा कर बैठते है।

©Smita Sapre

#GandhiJi

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