उसके LUNCHBOX में कुछ ऐसा बना था,
कि उसका स्वाद अब कभी न उतर पाए।
KARWAAN जो शुरु किया उसने खूबशूरत सफर का
उसकी खाली सीट शायद ही कोई भर पाए।
सब उसकी कला देखें ऐसा करता था BLACKMAIL,
काफी रोमांचक था उसके MADAARI का खेल।
PIKU के संग हम भी चल चलते कलकत्ता,
अगर पता होता अपना खत्म होने को मेल।
रहे होंगे आप QAREEB QAREEB SINGLE,
पर हमारे कमिटमेंट में पूरा JAZBAA था ।
HINDI MEDIUM से कैसे ANGREZI न हारता,
आपका तो JURASSIC WORLD में भी कब्ज़ा था।
LIFE OF PIE हो या LIFE IN METRO,
तेरी हर अदा को दिल-ए- MAQBOOL किया।
PAAN SINGH TOMAR को अमर किया तूने
THANK YOU तूने हमे अपना दर्शक कबूल किया।
-अजय
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here