Aana to puri tarah aana ya to aana hi mat कोई ग़ज़ल सुना कर क्या करना,
यूँ बात बढ़ा कर क्या करना,
तुम मेरी थी … तुम मेरी हो,
दुनिया को बता कर क्या करना।
तुम साथ निभाओ चाहत से,
कोई रस्म निभा कर क्या करना,
तुम खफ़ा भी अच्छी लगती हो,
फिर तुमको मना कर क्या करना।
अधूरी कहानी💞
Aana to puri tarah aana ya to aana hi mat mujae tumnae wo ashiq samja hae jo royega OR bhul jyega pyaar kia hae koi koi game nai khela he ki game mae out hojyo jaisae tumri zindgi out nai ho skta bus yeh he kahonga
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