वादे प्रेम और वादें ....
कई बार प्रेम में वादे बहुत जरूरी से लगते है, प्रेमी को लगता है की अगर वादा न करूं तो शायद मेरा प्रेम पूरा नहीं होगा , शायद मेरी प्रेमिका मुझ पर भरोसा नहीं करेगी , शायद वो मुझे अपने ख्वाबों में जगह नहीं देगी ,शायद मुझे अपने दोस्तो से नही मिलाएगी,शायद अपने घर पर हमारे प्रेम के बारे में नही बता पाएगी और इसी शायद की वजह से प्रेमी वादों की झड़ी लगा देते है ।।।
लेकिन प्रेम में किए गए झूठे वादों का हश्र जानते हो मित्र ???
नही न इसीलिए ये वादें कर देते हो तो सुनो वादों के टूटने का दर्द .....
पूछो उस लड़की से जिसने तुम्हारे वादे पर एतबार कर के तुम्हारे साथ जीवन जीने के सपने देखे ,पूछो उस लड़की से जिसने तुम्हारे साथ शादी के मंडप में फेरे लेते हुए ख्वाबों को संजोया था, पूछो उस लड़की के हृदय से जो कोमल से कठोर हो गया तुम्हारे किए हुए वादों को तोड़ने से , पूछो उस लड़की से जिसने हाथों की मेंहदी के डिजाइन के बीच तुम्हारा नाम कहां लिखना है ये सोच रखा था, पूछो उस लड़की से की हर रात जब से तुमने इन वादों को तोड़ा है तब से हर रोज टूटते वादें , ख्वाबों,खयाल और सोच की पीड़ा झेल रही है वो ।।।
ना मंडप की फिकर है उसे अब , ना मेंहदी के डिजाइन की , ना फेरे के वक्त के आग की फिकर है ना हृदय के कठोर होने की बस फिक्र है तो आगे किसी के साथ ऐसा न हो इसकी ताकि किसी और सपने हर रोज हर रात बिस्तर पर न बिखरे ।।।
Written by Mr. Kant
©Surya Kant
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