चुनरिया मुझको ऐसी रंगा दे मेरे वीर
लाल हरी सफ़ेद तिरंगी गोट निराले ढंग की हो
बिच में गाँधी बाबा बैठे चरखा चक्र संग में हो
नौजवान हो खड़े हाथ में ले शांति के चीयर
चुनरिया ..... ... ... ... ... वीर
नाना की राजदुलारी ेभी जम जीते जी से जलती हो
और सरोजिनी नायडू एकलअंग प्रेम से दाना दलती हो
कस्तूरी कमला की चक्की जेल के अंदर चलती हो
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