tags

New तितलियां क्या करती थी Status, Photo, Video

Find the latest Status about तितलियां क्या करती थी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about तितलियां क्या करती थी.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#short #viral #Reels

पानी के बहाने आया करती थी..😁#ternding #Reels#viral#short

108 View

ज़रा सी बात पे बिखर गए जो रिश्ते, कभी सोचो उन लम्हों की क़ीमत क्या थी। तुमने समझा नहीं मेरा हाल-ए-दिल, वरना हमारी मोहब्बत में शिकायत क्या थी। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  ज़रा सी बात पे बिखर गए जो रिश्ते,
कभी सोचो उन लम्हों की क़ीमत क्या थी।
तुमने समझा नहीं मेरा हाल-ए-दिल,
वरना हमारी मोहब्बत में शिकायत क्या थी।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर ज़रा सी बात पे बिखर गए जो रिश्ते, कभी सोचो उन लम्हों की क़ीमत क्या थी। तुमने समझा नहीं मेरा हाल-ए-दिल, वरना हमारी मोहब्बत में श

13 Love

हर रात यादों से वो लम्हें चुराया करती थी हर रात लम्हों में उसे अपना बनाया करती थी ©Dr.Priyanka Chandra

#Happy  हर रात यादों से वो लम्हें चुराया करती थी
हर रात लम्हों में उसे अपना बनाया करती थी

©Dr.Priyanka Chandra

#Happy love हर रात यादों से वो लम्हें चुराया करती थी हर रात लम्हों में उसे अपना बनाया करती थी

13 Love

ज़ुबां कहे भी तो किसे सुनाए ग़म, जिस दिल ने जिया है, वही समझे कम। बेनिशान थी आरज़ू, मगर गहरी छाप छोड़ गई, ज़ुबां खामोश रही, मगर दास्तां बोल गई। दिल के अंदर एक कहानी दबी थी, जो न कह सका, वो नरगिस ने सुनाई थी। गहरी छाप थी मोहब्बत की, वक़्त ने छोड़ दी, ज़ुबां की खामोशी में सच्चाई खोल दी। दर्द को छिपाकर, दिल ने उसे सहा, जिसे कह न सका, वही आह में बहा। मौन की गहराई में, दिल की आवाज़ पाई, जो अल्फ़ाज़ न थे, वो खामोशी ने जताई। ©नवनीत ठाकुर

#शायरी #जुबां  ज़ुबां कहे भी तो किसे सुनाए ग़म,
जिस दिल ने जिया है, वही समझे कम।

बेनिशान थी आरज़ू, मगर गहरी छाप छोड़ गई,
ज़ुबां खामोश रही, मगर दास्तां बोल गई।

दिल के अंदर एक कहानी दबी थी,
जो न कह सका, वो नरगिस ने सुनाई थी।

गहरी छाप थी मोहब्बत की, वक़्त ने छोड़ दी,
ज़ुबां की खामोशी में सच्चाई खोल दी।

दर्द को छिपाकर, दिल ने उसे सहा,
जिसे कह न सका, वही आह में बहा।

मौन की गहराई में, दिल की आवाज़ पाई,
जो अल्फ़ाज़ न थे, वो खामोशी ने जताई।

©नवनीत ठाकुर

#जुबां खामोश थी

14 Love

स्त्री प्रेम नहीं करती, पूजा करती है, उस पुरूष की, जो उसे प्यार और सम्मान देता है, स्त्री सौंप देती है अपना सब कुछ,, उस पुरूष को, जिसके स्पर्श और भाव से वो संतुष्ट होती है, स्त्री छूना चाहती है प्रेम में उस पुरूष को जिसके कांधे पर सिर रख खुद को सुरक्षित महसूस करती है, स्त्री होकर भी नहीं हो पाती उस पुरूष की, जो खुद के पौरुष की ताकत हर वक्त दिखाता रहता है कभी उसके तन पर तो कभी उसके कोमल मन पर, स्त्री नफरत करती है उस पुरूष से, जो उसके अस्तित्व को ठेस पहुँचाते है, स्त्री लड़ना नहीं चाहती पर लड़ जाती है उस पुरूष से, जिस पर अपना अधिकार समझती है, स्त्री बड़बोली होती है, पर खामोश हो जाती है तब जब प्रेम में किसी वस्तु की तरह ठुकरा दी जाती है, स्त्री कभी पलटकर नहीं देखती उस पुरूष को, जो प्रेम के नाम पर या तो उसके शरीर से प्रेम करता है या उसके यौवन से, स्त्रियाँ प्रेम नहीं करती, पूजा करती है उस पुरूष की जो उनका सम्मान करते है, जो उन्हें तब तक स्पर्श नहीं करते, जब तक वो उसके मन को छू नहीं लेते, स्त्रियाँ पुरूष के पौरुष से नहीं उसके व्यक्तित्व से प्रेम करती है, जो परमेश्वर नहीं होता बल्कि होता है प्रेमी, बस एक प्रेमी जो पढ़ना जानता हो उसके मौन को..! ©Matangi Upadhyay( चिंका )

#matangiupadhyay #Hindi  स्त्री प्रेम नहीं करती, पूजा करती है, 
उस पुरूष की, जो उसे प्यार और सम्मान देता है,
 स्त्री सौंप देती है अपना सब कुछ,, उस पुरूष को, 
जिसके स्पर्श और भाव से वो संतुष्ट होती है,
 स्त्री छूना चाहती है प्रेम में उस पुरूष को
 जिसके कांधे पर सिर रख खुद को सुरक्षित महसूस करती है,
 स्त्री होकर भी नहीं हो पाती उस पुरूष की, 
जो खुद के पौरुष की ताकत हर वक्त दिखाता रहता है 
कभी उसके तन पर तो कभी उसके कोमल मन पर, 
स्त्री नफरत करती है उस पुरूष से, 
जो उसके अस्तित्व को ठेस पहुँचाते है, 
स्त्री लड़ना नहीं चाहती पर लड़ जाती है उस पुरूष से, 
जिस पर अपना अधिकार समझती है,
 स्त्री बड़बोली होती है, पर खामोश हो जाती है 
तब जब प्रेम में किसी वस्तु की तरह ठुकरा दी जाती है, 
स्त्री कभी पलटकर नहीं देखती उस पुरूष को, 
जो प्रेम के नाम पर या तो उसके शरीर से प्रेम करता है
 या उसके यौवन से, स्त्रियाँ प्रेम नहीं करती, पूजा करती है 
उस पुरूष की जो उनका सम्मान करते है, 
जो उन्हें तब तक स्पर्श नहीं करते,
 जब तक वो उसके मन को छू नहीं लेते, 
स्त्रियाँ पुरूष के पौरुष से नहीं उसके व्यक्तित्व से प्रेम करती है, 
जो परमेश्वर नहीं होता बल्कि होता है प्रेमी,
 बस एक प्रेमी जो पढ़ना जानता हो उसके
मौन को..!

©Matangi Upadhyay( चिंका )

स्त्रियां प्रेम नहीं करती,पूजा करती हैं ।🤔 #matangiupadhyay #Nojoto #Hindi

19 Love

White मेरी नानी अक्सर कहा करती थी लोगों को पता ही नहीं क्या नहीं कहते हैं.. ..... शब्दों का अपमान किसी का सम्मान नहीं हो सकता हैं.. ©neelu

#सम्मान #अक्सर #अपमान #मेरी #सकता  White मेरी नानी अक्सर कहा करती थी
 लोगों को पता ही नहीं क्या नहीं कहते हैं..
.....
शब्दों का अपमान 
किसी का सम्मान नहीं हो सकता हैं..

©neelu

#life_quotes #मेरी नानी #अक्सर कहा करती थी लोगों को पता ही नहीं क्या नहीं कहते हैं.. ..... शब्दों का #अपमान किसी का #सम्मान नहीं हो #सकता

22 Love

#short #viral #Reels

पानी के बहाने आया करती थी..😁#ternding #Reels#viral#short

108 View

ज़रा सी बात पे बिखर गए जो रिश्ते, कभी सोचो उन लम्हों की क़ीमत क्या थी। तुमने समझा नहीं मेरा हाल-ए-दिल, वरना हमारी मोहब्बत में शिकायत क्या थी। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  ज़रा सी बात पे बिखर गए जो रिश्ते,
कभी सोचो उन लम्हों की क़ीमत क्या थी।
तुमने समझा नहीं मेरा हाल-ए-दिल,
वरना हमारी मोहब्बत में शिकायत क्या थी।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर ज़रा सी बात पे बिखर गए जो रिश्ते, कभी सोचो उन लम्हों की क़ीमत क्या थी। तुमने समझा नहीं मेरा हाल-ए-दिल, वरना हमारी मोहब्बत में श

13 Love

हर रात यादों से वो लम्हें चुराया करती थी हर रात लम्हों में उसे अपना बनाया करती थी ©Dr.Priyanka Chandra

#Happy  हर रात यादों से वो लम्हें चुराया करती थी
हर रात लम्हों में उसे अपना बनाया करती थी

©Dr.Priyanka Chandra

#Happy love हर रात यादों से वो लम्हें चुराया करती थी हर रात लम्हों में उसे अपना बनाया करती थी

13 Love

ज़ुबां कहे भी तो किसे सुनाए ग़म, जिस दिल ने जिया है, वही समझे कम। बेनिशान थी आरज़ू, मगर गहरी छाप छोड़ गई, ज़ुबां खामोश रही, मगर दास्तां बोल गई। दिल के अंदर एक कहानी दबी थी, जो न कह सका, वो नरगिस ने सुनाई थी। गहरी छाप थी मोहब्बत की, वक़्त ने छोड़ दी, ज़ुबां की खामोशी में सच्चाई खोल दी। दर्द को छिपाकर, दिल ने उसे सहा, जिसे कह न सका, वही आह में बहा। मौन की गहराई में, दिल की आवाज़ पाई, जो अल्फ़ाज़ न थे, वो खामोशी ने जताई। ©नवनीत ठाकुर

#शायरी #जुबां  ज़ुबां कहे भी तो किसे सुनाए ग़म,
जिस दिल ने जिया है, वही समझे कम।

बेनिशान थी आरज़ू, मगर गहरी छाप छोड़ गई,
ज़ुबां खामोश रही, मगर दास्तां बोल गई।

दिल के अंदर एक कहानी दबी थी,
जो न कह सका, वो नरगिस ने सुनाई थी।

गहरी छाप थी मोहब्बत की, वक़्त ने छोड़ दी,
ज़ुबां की खामोशी में सच्चाई खोल दी।

दर्द को छिपाकर, दिल ने उसे सहा,
जिसे कह न सका, वही आह में बहा।

मौन की गहराई में, दिल की आवाज़ पाई,
जो अल्फ़ाज़ न थे, वो खामोशी ने जताई।

©नवनीत ठाकुर

#जुबां खामोश थी

14 Love

स्त्री प्रेम नहीं करती, पूजा करती है, उस पुरूष की, जो उसे प्यार और सम्मान देता है, स्त्री सौंप देती है अपना सब कुछ,, उस पुरूष को, जिसके स्पर्श और भाव से वो संतुष्ट होती है, स्त्री छूना चाहती है प्रेम में उस पुरूष को जिसके कांधे पर सिर रख खुद को सुरक्षित महसूस करती है, स्त्री होकर भी नहीं हो पाती उस पुरूष की, जो खुद के पौरुष की ताकत हर वक्त दिखाता रहता है कभी उसके तन पर तो कभी उसके कोमल मन पर, स्त्री नफरत करती है उस पुरूष से, जो उसके अस्तित्व को ठेस पहुँचाते है, स्त्री लड़ना नहीं चाहती पर लड़ जाती है उस पुरूष से, जिस पर अपना अधिकार समझती है, स्त्री बड़बोली होती है, पर खामोश हो जाती है तब जब प्रेम में किसी वस्तु की तरह ठुकरा दी जाती है, स्त्री कभी पलटकर नहीं देखती उस पुरूष को, जो प्रेम के नाम पर या तो उसके शरीर से प्रेम करता है या उसके यौवन से, स्त्रियाँ प्रेम नहीं करती, पूजा करती है उस पुरूष की जो उनका सम्मान करते है, जो उन्हें तब तक स्पर्श नहीं करते, जब तक वो उसके मन को छू नहीं लेते, स्त्रियाँ पुरूष के पौरुष से नहीं उसके व्यक्तित्व से प्रेम करती है, जो परमेश्वर नहीं होता बल्कि होता है प्रेमी, बस एक प्रेमी जो पढ़ना जानता हो उसके मौन को..! ©Matangi Upadhyay( चिंका )

#matangiupadhyay #Hindi  स्त्री प्रेम नहीं करती, पूजा करती है, 
उस पुरूष की, जो उसे प्यार और सम्मान देता है,
 स्त्री सौंप देती है अपना सब कुछ,, उस पुरूष को, 
जिसके स्पर्श और भाव से वो संतुष्ट होती है,
 स्त्री छूना चाहती है प्रेम में उस पुरूष को
 जिसके कांधे पर सिर रख खुद को सुरक्षित महसूस करती है,
 स्त्री होकर भी नहीं हो पाती उस पुरूष की, 
जो खुद के पौरुष की ताकत हर वक्त दिखाता रहता है 
कभी उसके तन पर तो कभी उसके कोमल मन पर, 
स्त्री नफरत करती है उस पुरूष से, 
जो उसके अस्तित्व को ठेस पहुँचाते है, 
स्त्री लड़ना नहीं चाहती पर लड़ जाती है उस पुरूष से, 
जिस पर अपना अधिकार समझती है,
 स्त्री बड़बोली होती है, पर खामोश हो जाती है 
तब जब प्रेम में किसी वस्तु की तरह ठुकरा दी जाती है, 
स्त्री कभी पलटकर नहीं देखती उस पुरूष को, 
जो प्रेम के नाम पर या तो उसके शरीर से प्रेम करता है
 या उसके यौवन से, स्त्रियाँ प्रेम नहीं करती, पूजा करती है 
उस पुरूष की जो उनका सम्मान करते है, 
जो उन्हें तब तक स्पर्श नहीं करते,
 जब तक वो उसके मन को छू नहीं लेते, 
स्त्रियाँ पुरूष के पौरुष से नहीं उसके व्यक्तित्व से प्रेम करती है, 
जो परमेश्वर नहीं होता बल्कि होता है प्रेमी,
 बस एक प्रेमी जो पढ़ना जानता हो उसके
मौन को..!

©Matangi Upadhyay( चिंका )

स्त्रियां प्रेम नहीं करती,पूजा करती हैं ।🤔 #matangiupadhyay #Nojoto #Hindi

19 Love

White मेरी नानी अक्सर कहा करती थी लोगों को पता ही नहीं क्या नहीं कहते हैं.. ..... शब्दों का अपमान किसी का सम्मान नहीं हो सकता हैं.. ©neelu

#सम्मान #अक्सर #अपमान #मेरी #सकता  White मेरी नानी अक्सर कहा करती थी
 लोगों को पता ही नहीं क्या नहीं कहते हैं..
.....
शब्दों का अपमान 
किसी का सम्मान नहीं हो सकता हैं..

©neelu

#life_quotes #मेरी नानी #अक्सर कहा करती थी लोगों को पता ही नहीं क्या नहीं कहते हैं.. ..... शब्दों का #अपमान किसी का #सम्मान नहीं हो #सकता

22 Love

Trending Topic