tags

New प्यार भरी बातें Status, Photo, Video

Find the latest Status about प्यार भरी बातें from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about प्यार भरी बातें.

  • Latest
  • Popular
  • Video

White जबान खुल और बंद हो रहा है बातें नहीं हो रही है कोई कुछ बोल रहा है सुन रहा हूं जवाब दे रहा हूं बस मैं बोल नहीं रहा मेरी तरफ से कुछ भी नहीं हो रहा है बस जबान खुल और बंद हो रहा है आवाज निकल रही है बातें नहीं हो रही है ना किसी और ना खुद से कुछ पूछ नहीं रहा कुछ कह भी नहीं रहा तो बस जबान खुल और बंद हो रहा है बातें नहीं हो रही है !! ©मिहिर

#बातें #कविता  White जबान खुल और बंद हो रहा है
बातें नहीं हो रही है
कोई कुछ बोल रहा है
सुन रहा हूं
जवाब दे रहा हूं
बस मैं बोल नहीं रहा
मेरी तरफ से कुछ भी नहीं हो रहा है 
बस जबान खुल और बंद हो रहा है
आवाज निकल रही है
बातें नहीं हो रही है 
ना किसी और ना खुद से
कुछ पूछ नहीं रहा
कुछ कह भी नहीं रहा
तो बस जबान खुल और बंद हो रहा है
बातें नहीं हो रही है !!

©मिहिर
 आप किसी के कितना ही प्यार क्यूँ न करें
लेक़िन आप उसकी आज़ादी छीनेंगे तो 
उसका प्यार आपके लिए कम होने लगेगा 
क्यूँ की प्यार से प्यारी आज़ादी है

©MaMtAa

quote of love प्यार भरी आज़ादी या आज़ादी भरा प्यार, क्या कीमती है?

126 View

क़लाम -------- मुन्तज़िर सांसों का रूख़सते- वक़्त मुकर्रर हुआ है लगा है दरिचो पर परदे हया के दीदे- दुभर हुआ है --- बे - सम्त हवाओं ने फिर इस ओर रूख़ किया है खुशी से ये दिल फिर से आसमां के बराबर हुआ है --- न उठा निग़ाहें हम पर कुछ तो दर्मियां राज़ रहने दे दफ़्न है इन्हीं में हसरते-ख़्वाब जो उजागर हुआ है --- इक़ तेरे ही हिज़्र ने इस दिल को मज़रूह किया है वर्ना दुन्यां में ऐसा कुछ नहीं जो न मयस्सर हुआ है --- बड़ी मुक़द्दुस-निग़ाहो से देखा किया है शामो-सहर उन तल्ख़ निग़ाहों का क्या जो दिल पत्थर हुआ है --- जिस्म पे आ पड़ी जो ज़लालतो की बारिशें क्या हो मज़बूर ये खाना-बदौश इस दुन्यां में बे-घर हुआ है --- ' ललित'कौन आता है इस विरान में मेरा हाल पुछने सुना है की कभी इस ओर तेरा रह - गुज़र हुआ है ©Lalit Saxena

#शायरी #good_night  क़लाम
--------

मुन्तज़िर सांसों का रूख़सते- वक़्त मुकर्रर हुआ है
लगा है दरिचो पर परदे हया के दीदे- दुभर हुआ है
                     ---
बे - सम्त  हवाओं  ने  फिर इस ओर रूख़ किया है
खुशी से ये दिल फिर से आसमां के बराबर हुआ है
                    ---
न उठा निग़ाहें हम पर कुछ तो दर्मियां राज़ रहने दे
दफ़्न है इन्हीं में हसरते-ख़्वाब जो उजागर हुआ है
                   ---
इक़  तेरे ही हिज़्र ने इस दिल को मज़रूह किया है
वर्ना दुन्यां में ऐसा कुछ नहीं जो न मयस्सर हुआ है
                  ---
बड़ी मुक़द्दुस-निग़ाहो से देखा किया है शामो-सहर
उन तल्ख़ निग़ाहों का क्या जो दिल पत्थर हुआ है
                   ---
जिस्म पे आ पड़ी जो ज़लालतो की बारिशें क्या हो
मज़बूर ये खाना-बदौश इस दुन्यां में बे-घर हुआ है
                  ---
' ललित'कौन आता है इस विरान में मेरा हाल पुछने
सुना है की कभी इस ओर तेरा रह - गुज़र हुआ है

©Lalit Saxena

#good_night 'दर्द भरी शायरी' 'दर्द भरी शायरी'

20 Love

बात कुछ खट्टी कुछ मीठी होनी चाहिए कुछ तेरे कुछ मेरे मन की होनी चाहिए अंदाज सबका जुदा जुदा है जीने का मगर ज़िंदगी भी ज़िंदगी सी होनी चाहिए गलतफहमियों ने उजाड़े हैं घरोंदे कई दिल्लगी जरा फीकी फीकी होनी चाहिए.. आसमाँ जीत लेना आसान तो नहीं है बेहतर ख्वाहिशें जमीं की होनी चाहिए.. कौन अपना कौन पराया क्या जाने दिल साथ तजुर्बो की कसौटी होनी चाहिए.. ज़िंदगी यूँ ही मत गँवा मरने से पहले ख़ुदा से इक मर्तबा आशिकी होनी चाहिए ©अज्ञात

#बातें #शायरी  बात कुछ खट्टी कुछ मीठी होनी चाहिए 
कुछ तेरे कुछ मेरे मन की होनी चाहिए 

अंदाज सबका जुदा जुदा है जीने का 
मगर ज़िंदगी भी ज़िंदगी सी होनी चाहिए 

गलतफहमियों ने उजाड़े हैं घरोंदे कई 
दिल्लगी जरा फीकी फीकी होनी चाहिए..

आसमाँ जीत लेना आसान तो नहीं है 
बेहतर ख्वाहिशें जमीं की होनी चाहिए..

कौन अपना कौन पराया क्या जाने दिल 
साथ तजुर्बो की कसौटी होनी चाहिए..

ज़िंदगी यूँ ही मत गँवा मरने से पहले 
ख़ुदा से इक मर्तबा आशिकी होनी चाहिए

©अज्ञात

White घर मे बैठे बैठे क्या करें चलो ब्रमांद कि सैर पर चलते है.. काम धाम तो कुछ है नहि हमारा मिलता हि नहि कहि से कुछ भी चलो आज रेत के दाने गिन लेते है ... बैठ जाते है यहि रेत के ढेर पर बिजनेश करने को पैसे कहां से आयेगे यहि सोचकर रोना आता है मुझे, कब तक ताकते रहेगे किसी दुसरे का मुंह चलो रेत को गीला करते है पानी डालकर..!! ©HARSHIT369

#शायरी #गम  White घर मे बैठे बैठे क्या करें
चलो ब्रमांद कि सैर पर चलते है..
काम धाम तो कुछ है नहि हमारा
मिलता हि नहि कहि से कुछ भी
चलो आज रेत के दाने गिन लेते है ...
बैठ जाते है यहि रेत के ढेर पर
बिजनेश करने को पैसे कहां से आयेगे
यहि सोचकर रोना आता है मुझे,
कब तक ताकते रहेगे किसी दुसरे का मुंह
चलो रेत को गीला करते है पानी डालकर..!!

©HARSHIT369

#गम भरी सायरी 'दर्द भरी शायरी'

13 Love

#बातें  White अधरों को खोल दो। 
मौन को तोड़ दो। 
बातें जो दबा कर रखी हैं हृदय में, 
वो दुनियाँ से बोल दो। 

रियंका आलोक मदेशिया

©Riyanka Alok Madeshiya

White जबान खुल और बंद हो रहा है बातें नहीं हो रही है कोई कुछ बोल रहा है सुन रहा हूं जवाब दे रहा हूं बस मैं बोल नहीं रहा मेरी तरफ से कुछ भी नहीं हो रहा है बस जबान खुल और बंद हो रहा है आवाज निकल रही है बातें नहीं हो रही है ना किसी और ना खुद से कुछ पूछ नहीं रहा कुछ कह भी नहीं रहा तो बस जबान खुल और बंद हो रहा है बातें नहीं हो रही है !! ©मिहिर

#बातें #कविता  White जबान खुल और बंद हो रहा है
बातें नहीं हो रही है
कोई कुछ बोल रहा है
सुन रहा हूं
जवाब दे रहा हूं
बस मैं बोल नहीं रहा
मेरी तरफ से कुछ भी नहीं हो रहा है 
बस जबान खुल और बंद हो रहा है
आवाज निकल रही है
बातें नहीं हो रही है 
ना किसी और ना खुद से
कुछ पूछ नहीं रहा
कुछ कह भी नहीं रहा
तो बस जबान खुल और बंद हो रहा है
बातें नहीं हो रही है !!

©मिहिर
 आप किसी के कितना ही प्यार क्यूँ न करें
लेक़िन आप उसकी आज़ादी छीनेंगे तो 
उसका प्यार आपके लिए कम होने लगेगा 
क्यूँ की प्यार से प्यारी आज़ादी है

©MaMtAa

quote of love प्यार भरी आज़ादी या आज़ादी भरा प्यार, क्या कीमती है?

126 View

क़लाम -------- मुन्तज़िर सांसों का रूख़सते- वक़्त मुकर्रर हुआ है लगा है दरिचो पर परदे हया के दीदे- दुभर हुआ है --- बे - सम्त हवाओं ने फिर इस ओर रूख़ किया है खुशी से ये दिल फिर से आसमां के बराबर हुआ है --- न उठा निग़ाहें हम पर कुछ तो दर्मियां राज़ रहने दे दफ़्न है इन्हीं में हसरते-ख़्वाब जो उजागर हुआ है --- इक़ तेरे ही हिज़्र ने इस दिल को मज़रूह किया है वर्ना दुन्यां में ऐसा कुछ नहीं जो न मयस्सर हुआ है --- बड़ी मुक़द्दुस-निग़ाहो से देखा किया है शामो-सहर उन तल्ख़ निग़ाहों का क्या जो दिल पत्थर हुआ है --- जिस्म पे आ पड़ी जो ज़लालतो की बारिशें क्या हो मज़बूर ये खाना-बदौश इस दुन्यां में बे-घर हुआ है --- ' ललित'कौन आता है इस विरान में मेरा हाल पुछने सुना है की कभी इस ओर तेरा रह - गुज़र हुआ है ©Lalit Saxena

#शायरी #good_night  क़लाम
--------

मुन्तज़िर सांसों का रूख़सते- वक़्त मुकर्रर हुआ है
लगा है दरिचो पर परदे हया के दीदे- दुभर हुआ है
                     ---
बे - सम्त  हवाओं  ने  फिर इस ओर रूख़ किया है
खुशी से ये दिल फिर से आसमां के बराबर हुआ है
                    ---
न उठा निग़ाहें हम पर कुछ तो दर्मियां राज़ रहने दे
दफ़्न है इन्हीं में हसरते-ख़्वाब जो उजागर हुआ है
                   ---
इक़  तेरे ही हिज़्र ने इस दिल को मज़रूह किया है
वर्ना दुन्यां में ऐसा कुछ नहीं जो न मयस्सर हुआ है
                  ---
बड़ी मुक़द्दुस-निग़ाहो से देखा किया है शामो-सहर
उन तल्ख़ निग़ाहों का क्या जो दिल पत्थर हुआ है
                   ---
जिस्म पे आ पड़ी जो ज़लालतो की बारिशें क्या हो
मज़बूर ये खाना-बदौश इस दुन्यां में बे-घर हुआ है
                  ---
' ललित'कौन आता है इस विरान में मेरा हाल पुछने
सुना है की कभी इस ओर तेरा रह - गुज़र हुआ है

©Lalit Saxena

#good_night 'दर्द भरी शायरी' 'दर्द भरी शायरी'

20 Love

बात कुछ खट्टी कुछ मीठी होनी चाहिए कुछ तेरे कुछ मेरे मन की होनी चाहिए अंदाज सबका जुदा जुदा है जीने का मगर ज़िंदगी भी ज़िंदगी सी होनी चाहिए गलतफहमियों ने उजाड़े हैं घरोंदे कई दिल्लगी जरा फीकी फीकी होनी चाहिए.. आसमाँ जीत लेना आसान तो नहीं है बेहतर ख्वाहिशें जमीं की होनी चाहिए.. कौन अपना कौन पराया क्या जाने दिल साथ तजुर्बो की कसौटी होनी चाहिए.. ज़िंदगी यूँ ही मत गँवा मरने से पहले ख़ुदा से इक मर्तबा आशिकी होनी चाहिए ©अज्ञात

#बातें #शायरी  बात कुछ खट्टी कुछ मीठी होनी चाहिए 
कुछ तेरे कुछ मेरे मन की होनी चाहिए 

अंदाज सबका जुदा जुदा है जीने का 
मगर ज़िंदगी भी ज़िंदगी सी होनी चाहिए 

गलतफहमियों ने उजाड़े हैं घरोंदे कई 
दिल्लगी जरा फीकी फीकी होनी चाहिए..

आसमाँ जीत लेना आसान तो नहीं है 
बेहतर ख्वाहिशें जमीं की होनी चाहिए..

कौन अपना कौन पराया क्या जाने दिल 
साथ तजुर्बो की कसौटी होनी चाहिए..

ज़िंदगी यूँ ही मत गँवा मरने से पहले 
ख़ुदा से इक मर्तबा आशिकी होनी चाहिए

©अज्ञात

White घर मे बैठे बैठे क्या करें चलो ब्रमांद कि सैर पर चलते है.. काम धाम तो कुछ है नहि हमारा मिलता हि नहि कहि से कुछ भी चलो आज रेत के दाने गिन लेते है ... बैठ जाते है यहि रेत के ढेर पर बिजनेश करने को पैसे कहां से आयेगे यहि सोचकर रोना आता है मुझे, कब तक ताकते रहेगे किसी दुसरे का मुंह चलो रेत को गीला करते है पानी डालकर..!! ©HARSHIT369

#शायरी #गम  White घर मे बैठे बैठे क्या करें
चलो ब्रमांद कि सैर पर चलते है..
काम धाम तो कुछ है नहि हमारा
मिलता हि नहि कहि से कुछ भी
चलो आज रेत के दाने गिन लेते है ...
बैठ जाते है यहि रेत के ढेर पर
बिजनेश करने को पैसे कहां से आयेगे
यहि सोचकर रोना आता है मुझे,
कब तक ताकते रहेगे किसी दुसरे का मुंह
चलो रेत को गीला करते है पानी डालकर..!!

©HARSHIT369

#गम भरी सायरी 'दर्द भरी शायरी'

13 Love

#बातें  White अधरों को खोल दो। 
मौन को तोड़ दो। 
बातें जो दबा कर रखी हैं हृदय में, 
वो दुनियाँ से बोल दो। 

रियंका आलोक मदेशिया

©Riyanka Alok Madeshiya
Trending Topic