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रंडी हैं साली ! ©ਸੀਰਿਯਸ jatt

#Videos  रंडी हैं साली !

©ਸੀਰਿਯਸ jatt

मुझे तो शकल से ही रंडी लग रही है! बिहार की औरत रंडिया होती है! कोठे पर सबसे ज्यादा मिल जायेगी आपको ! बताओ इस औरत की हवस ने 3.5 साल के बच्चे

9 Love

#Indispensable #arunkushwah62 #flag #Desh

o desh mere teri shan pe chadke #Desh #Indispensable #flag #arunkushwah62 sad shayari on life positive life quotes life quotes life quotes

135 View

#શુભકામનાઓ #flag  जब तक इस जिस्म 
में जान हे 
तब तक लहू का हर एक
कतरा बहा देंगे 
मर जायेंगे मीट 
जायेंगे मगर मां 
भारती के दामन
पे कभी आंच न आने
देंगे।

©RjSunitkumar

#flag

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उन्मुक्त तिरंगे की, निराली है निशानियाँ, केसरी रंग दर्शाता, वीरों की कहानियाँ, श्वेत रंग गाता, विश्व शांति की जुबानियाँ, हरित रंग चलवाता, समृद्धि की गाड़ियाँ। तेज तिरंगे की अटूट; अटल सी यारियाँ, नील चक्र सिखाता, सातत्य की कहानियाँ, अनवरत, विस्तृत, राष्ट्रध्वज की डोरियाँ, निश्चल, निश्छल, निर्मल, तिरंगे की बोलियाँ। रखवाली रक्षण हेतु, तत्पर है जवानियाँ, लहराओं और याद करों बलिदानियाँ, दिखलादों अब शूरता भरी सलामियाँ, उन्मुक्त तिरंगे की निराली है निशानियाँ। डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि' ©Anand Dadhich

#poetananddadhich #kaviananddadhich #IndependenceDay #कविता #Tiranga  उन्मुक्त तिरंगे की, निराली है निशानियाँ,
केसरी रंग दर्शाता, वीरों की कहानियाँ,
श्वेत रंग गाता, विश्व शांति की जुबानियाँ,
हरित रंग चलवाता, समृद्धि की गाड़ियाँ।

तेज तिरंगे की अटूट; अटल सी यारियाँ,
नील चक्र सिखाता, सातत्य की कहानियाँ,
अनवरत, विस्तृत, राष्ट्रध्वज की डोरियाँ, 
निश्चल, निश्छल, निर्मल, तिरंगे की बोलियाँ।

रखवाली रक्षण हेतु, तत्पर है जवानियाँ, 
लहराओं और याद करों बलिदानियाँ,
दिखलादों अब शूरता भरी सलामियाँ,
उन्मुक्त तिरंगे की निराली है निशानियाँ।

डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि'

©Anand Dadhich

आततायी, विध्वंसक अब बिखर रहा, सुख समतामय में भारत निखर रहा, अब बेबस नहीं अपना देश प्यारा; निशिदिन सशक्त प्रगति पथ संवर रहा ! सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा। अंतस्ताप, दुःख दर्द अब गुजर रहा, शुभ मंगल सुनहला भारत उभर रहा, अब विचलित नहीं यह देश प्यारा; निशिदिन प्रचंड महारत संवर रहा ! सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा। अर्थ पिपासु प्रवंचक थर-थर डर रहा सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा, अब विवश नहीं अपना देश प्यारा; शोभित गगन संग भारत संवर रहा ! सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा। शोषक, लुटेरा, डाकू सिहर रहा, झूठों का साम्राज्य घिर, गिर रहा, अब मजबूर नहीं यह देश प्यारा; घर आँगन, गाँव शहर सब संवर रहा। सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा। डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि' ©Anand Dadhich

#kaviananddadhich #IndependenceDay #कविता #india2024 #Tiranga  आततायी, विध्वंसक अब बिखर रहा,
सुख समतामय में भारत निखर रहा,
अब बेबस नहीं अपना देश प्यारा;
निशिदिन सशक्त प्रगति पथ संवर रहा !
सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा।

अंतस्ताप, दुःख दर्द अब गुजर रहा,
शुभ मंगल सुनहला भारत उभर रहा,
अब विचलित नहीं यह देश प्यारा;
निशिदिन प्रचंड महारत संवर रहा !
सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा। 

अर्थ पिपासु प्रवंचक थर-थर डर रहा
सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा,
अब विवश नहीं अपना देश प्यारा;
शोभित गगन संग भारत संवर रहा !
सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा।

शोषक, लुटेरा, डाकू सिहर रहा,
झूठों का साम्राज्य घिर, गिर रहा,
अब मजबूर नहीं यह देश प्यारा;
घर आँगन, गाँव शहर सब संवर रहा।
सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा। 

डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि'

©Anand Dadhich

रंडी हैं साली ! ©ਸੀਰਿਯਸ jatt

#Videos  रंडी हैं साली !

©ਸੀਰਿਯਸ jatt

मुझे तो शकल से ही रंडी लग रही है! बिहार की औरत रंडिया होती है! कोठे पर सबसे ज्यादा मिल जायेगी आपको ! बताओ इस औरत की हवस ने 3.5 साल के बच्चे

9 Love

#Indispensable #arunkushwah62 #flag #Desh

o desh mere teri shan pe chadke #Desh #Indispensable #flag #arunkushwah62 sad shayari on life positive life quotes life quotes life quotes

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#શુભકામનાઓ #flag  जब तक इस जिस्म 
में जान हे 
तब तक लहू का हर एक
कतरा बहा देंगे 
मर जायेंगे मीट 
जायेंगे मगर मां 
भारती के दामन
पे कभी आंच न आने
देंगे।

©RjSunitkumar

#flag

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उन्मुक्त तिरंगे की, निराली है निशानियाँ, केसरी रंग दर्शाता, वीरों की कहानियाँ, श्वेत रंग गाता, विश्व शांति की जुबानियाँ, हरित रंग चलवाता, समृद्धि की गाड़ियाँ। तेज तिरंगे की अटूट; अटल सी यारियाँ, नील चक्र सिखाता, सातत्य की कहानियाँ, अनवरत, विस्तृत, राष्ट्रध्वज की डोरियाँ, निश्चल, निश्छल, निर्मल, तिरंगे की बोलियाँ। रखवाली रक्षण हेतु, तत्पर है जवानियाँ, लहराओं और याद करों बलिदानियाँ, दिखलादों अब शूरता भरी सलामियाँ, उन्मुक्त तिरंगे की निराली है निशानियाँ। डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि' ©Anand Dadhich

#poetananddadhich #kaviananddadhich #IndependenceDay #कविता #Tiranga  उन्मुक्त तिरंगे की, निराली है निशानियाँ,
केसरी रंग दर्शाता, वीरों की कहानियाँ,
श्वेत रंग गाता, विश्व शांति की जुबानियाँ,
हरित रंग चलवाता, समृद्धि की गाड़ियाँ।

तेज तिरंगे की अटूट; अटल सी यारियाँ,
नील चक्र सिखाता, सातत्य की कहानियाँ,
अनवरत, विस्तृत, राष्ट्रध्वज की डोरियाँ, 
निश्चल, निश्छल, निर्मल, तिरंगे की बोलियाँ।

रखवाली रक्षण हेतु, तत्पर है जवानियाँ, 
लहराओं और याद करों बलिदानियाँ,
दिखलादों अब शूरता भरी सलामियाँ,
उन्मुक्त तिरंगे की निराली है निशानियाँ।

डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि'

©Anand Dadhich

आततायी, विध्वंसक अब बिखर रहा, सुख समतामय में भारत निखर रहा, अब बेबस नहीं अपना देश प्यारा; निशिदिन सशक्त प्रगति पथ संवर रहा ! सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा। अंतस्ताप, दुःख दर्द अब गुजर रहा, शुभ मंगल सुनहला भारत उभर रहा, अब विचलित नहीं यह देश प्यारा; निशिदिन प्रचंड महारत संवर रहा ! सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा। अर्थ पिपासु प्रवंचक थर-थर डर रहा सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा, अब विवश नहीं अपना देश प्यारा; शोभित गगन संग भारत संवर रहा ! सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा। शोषक, लुटेरा, डाकू सिहर रहा, झूठों का साम्राज्य घिर, गिर रहा, अब मजबूर नहीं यह देश प्यारा; घर आँगन, गाँव शहर सब संवर रहा। सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा। डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि' ©Anand Dadhich

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सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा।

अंतस्ताप, दुःख दर्द अब गुजर रहा,
शुभ मंगल सुनहला भारत उभर रहा,
अब विचलित नहीं यह देश प्यारा;
निशिदिन प्रचंड महारत संवर रहा !
सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा। 

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सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा,
अब विवश नहीं अपना देश प्यारा;
शोभित गगन संग भारत संवर रहा !
सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा।

शोषक, लुटेरा, डाकू सिहर रहा,
झूठों का साम्राज्य घिर, गिर रहा,
अब मजबूर नहीं यह देश प्यारा;
घर आँगन, गाँव शहर सब संवर रहा।
सुभग तिरंगा लहर लहर, लहर रहा। 

डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि'

©Anand Dadhich
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