• Latest
  • Popular
  • Video

White सारे ज़माने को पता है कि बेवफा वो नहीं, हम दग़ाबाज़ हैं, लोग कहने से हिचकते कि, हम बदमाश हैं। ©Anuj Ray

#शायरी  White सारे ज़माने को पता है कि 
बेवफा वो नहीं, हम दग़ाबाज़ हैं,
लोग कहने से हिचकते कि, हम बदमाश हैं।

©Anuj Ray

# हम बदमाश हैं"

0 Love

किसी कि महफ़िल में लूटे हम भी हैं किसी कि कहानी में झूटे हम भी हैं, ये ना सोचो कि सिर्फ़ बर्बाद तुम्हीं हो इस हादसे से तो न छूटे हम भी हैं, मुस्कुरा रहे हैं तो दिख रहें खुश सभी को वरना अंदर से टुकड़े टुकड़े टूटे हम भी हैं, आज तक चुप थे उनके डर से मगर आज मगर खुल कर फूटे हम भी हैं, भले ही कद्र ना हो आज उन्हें हमारी किसी के बंगले के गुल-बूटे हम भी हैं, हमें शिकायतें सिर्फ़ उन से ही नही हैं रूठी रूठी ज़िंदगी से तो रूठे हम bhi hai ©बेजुबान शायर shivkumar

#बेजुबानशायर143 #बेजुबानशायर #शिकायतें #मुस्कुरा #ज़िंदगी #बर्बाद  किसी कि महफ़िल में लूटे हम भी हैं
किसी कि कहानी में झूटे हम भी हैं, 

ये ना सोचो कि सिर्फ़ बर्बाद तुम्हीं हो 
इस हादसे से तो न छूटे हम भी हैं, 

मुस्कुरा रहे हैं तो दिख रहें खुश सभी को 
वरना अंदर से टुकड़े टुकड़े टूटे हम भी हैं, 

आज तक चुप थे उनके डर से मगर 
आज मगर खुल कर फूटे हम भी हैं, 

भले ही कद्र ना हो आज उन्हें हमारी 
किसी के बंगले के गुल-बूटे हम भी हैं, 

हमें शिकायतें सिर्फ़ उन से ही नही हैं
रूठी रूठी ज़िंदगी से तो रूठे हम bhi hai

©बेजुबान शायर shivkumar

किसी कि #महफ़िल में लूटे हम भी हैं किसी कि #कहानी में झूटे हम भी हैं, ये ना सोचो कि सिर्फ़ #बर्बाद तुम्हीं हो इस #हादसे से तो न छूटे

19 Love

भीड़ में भी अकेले हैं, कोई नहीं जो समझे हमें, अपनी ही खामोशियों में ढूंढते हैं सुकून हम। ज़ख्म दिखते नहीं, पर दर्द से कराहते हैं हम, रातों को चुपके-चुपके तकिये को भीगाते हैं हम। कभी-कभी लगता है जैसे टूट जाएँगे हम, पर फिर भी मुस्कुराकर कहते हैं, "सब ठीक है कर देंगे हम" आँखों में पानी है, पर होंठों पे मुस्कान रखते हैं, मर्द हैं हम, इसलिए दर्द को दिल में छुपा लेते हैं। ©RAJ KP

#शायरी #Men #Man  भीड़ में भी अकेले हैं, कोई नहीं जो समझे हमें, अपनी ही खामोशियों में ढूंढते हैं सुकून हम।

ज़ख्म दिखते नहीं, पर दर्द से कराहते हैं हम, रातों को चुपके-चुपके तकिये को भीगाते हैं हम।

कभी-कभी लगता है जैसे टूट जाएँगे हम, पर फिर भी मुस्कुराकर कहते हैं, "सब ठीक है कर देंगे हम"

आँखों में पानी है, पर होंठों पे मुस्कान रखते हैं, मर्द हैं हम, इसलिए दर्द को दिल में छुपा लेते हैं।

©RAJ KP

भीड़ में भी अकेले हैं, कोई नहीं जो समझे हमें, अपनी ही खामोशियों में ढूंढते हैं सुकून हम। ज़ख्म दिखते नहीं, पर दर्द से कराहते हैं हम, रातों

9 Love

#वीडियो

हिन्दी हैं हम वतन हैं,.... हिंदी गाना वीडियो

1809 View

नादानगी में कैसे, ख़ुद को बहका रहे हैं नही है नही है, इश्क़ झुठला रहे है.. दिल जलाने में उनको, मज़े आ रहे है जिगर चाक करके, वो चले जा रहे है.. हुए पाँच दिन कुल, उनको मुझसे है बिछड़े अभी से ये तारे, जिस्म पिघला रहे हैं.. गले से लगा लो, या मुझको मार डालो वसवसे तन्हाइयों के, दिल दहला रहे हैं.. किया ये अहद है, फिर ना होगी मुहब्बत लाचारगी तो देखो, ख़ुद को बहला रहे हैं.. लगाते है वो मोल, उदासियों का मिरी हूँ परेशां बे-मतलब, ये दोहरा रहे हैं.. आँखों से मिरी आँसू, सँभाले ही न संभलें रहमत ये किस ख़ुशी में, वो बरसा रहे हैं.. इक शराब ही है, ग़म-ए-फुरक़त समझती मरीज़-ए-इश्क़ ख़ुद को, यूँ भी समझा रहे हैं.. वाक़िफ़ हो गए है, दुश्वारियों से ज़िन्दगी की हम भी हैं इंसा, हम भी पछता रहे हैं.. तस्वीरों को जिसकी, देखकर तू था रोया कूचा-ए-रक़ीब में वो इश्क़ फरमा रहे हैं.. दूर महसूस ख़ुद को, करते है ख़ुद ही से बेवज़ह नही हम, तग़ज़्ज़ुल फ़रमा रहे है.. किनारे लग गए हैं, मिरे ख़्वाब सारे देखकर मिरा हस्र, ये भी घबरा रहे है.. मेरा अज़ीब होना, ही है मेरी जरूरत छोटे मोटे ग़म तो, आने को शरमा रहे है.. ©Arshu....

 नादानगी में कैसे,   ख़ुद को बहका रहे हैं
नही  है  नही  है,     इश्क़  झुठला  रहे  है..

दिल  जलाने  में  उनको, मज़े  आ  रहे  है
जिगर  चाक  करके,  वो  चले  जा  रहे  है..

हुए पाँच दिन कुल, उनको मुझसे है बिछड़े
अभी  से  ये  तारे,  जिस्म  पिघला  रहे  हैं..

गले से लगा लो,   या मुझको मार डालो
वसवसे तन्हाइयों के,   दिल दहला रहे हैं..

किया ये अहद है,   फिर ना होगी मुहब्बत
लाचारगी तो देखो,   ख़ुद को बहला रहे हैं..

लगाते है वो मोल,   उदासियों का मिरी
हूँ  परेशां  बे-मतलब,  ये  दोहरा  रहे  हैं..

आँखों से मिरी आँसू, सँभाले ही न संभलें
रहमत ये किस ख़ुशी में,  वो बरसा रहे हैं..

इक शराब ही है,  ग़म-ए-फुरक़त समझती
मरीज़-ए-इश्क़ ख़ुद को, यूँ भी समझा रहे हैं..

वाक़िफ़ हो गए है, दुश्वारियों से ज़िन्दगी की
हम  भी  हैं  इंसा,  हम  भी  पछता  रहे  हैं..

तस्वीरों को जिसकी, देखकर तू था रोया
कूचा-ए-रक़ीब में वो इश्क़ फरमा रहे हैं..

दूर महसूस ख़ुद को, करते है ख़ुद ही से
बेवज़ह नही हम, तग़ज़्ज़ुल फ़रमा रहे है..

किनारे  लग  गए  हैं,    मिरे  ख़्वाब  सारे
देखकर  मिरा  हस्र,  ये  भी  घबरा  रहे  है..

मेरा अज़ीब होना,  ही  है  मेरी  जरूरत
छोटे मोटे ग़म तो,  आने को शरमा रहे है..

©Arshu....

नादानगी में कैसे, ख़ुद को बहका रहे हैं नही है नही है, इश्क़ झुठला रहे है.. दिल जलाने में उनको, मज़े आ रहे है जिगर चाक करके

17 Love

 😰 😰 💔

मोहब्बत में हम उन्हें भी हारे हैं जो कहते थे हम सिर्फ तुम्हारे हैं

108 View

White सारे ज़माने को पता है कि बेवफा वो नहीं, हम दग़ाबाज़ हैं, लोग कहने से हिचकते कि, हम बदमाश हैं। ©Anuj Ray

#शायरी  White सारे ज़माने को पता है कि 
बेवफा वो नहीं, हम दग़ाबाज़ हैं,
लोग कहने से हिचकते कि, हम बदमाश हैं।

©Anuj Ray

# हम बदमाश हैं"

0 Love

किसी कि महफ़िल में लूटे हम भी हैं किसी कि कहानी में झूटे हम भी हैं, ये ना सोचो कि सिर्फ़ बर्बाद तुम्हीं हो इस हादसे से तो न छूटे हम भी हैं, मुस्कुरा रहे हैं तो दिख रहें खुश सभी को वरना अंदर से टुकड़े टुकड़े टूटे हम भी हैं, आज तक चुप थे उनके डर से मगर आज मगर खुल कर फूटे हम भी हैं, भले ही कद्र ना हो आज उन्हें हमारी किसी के बंगले के गुल-बूटे हम भी हैं, हमें शिकायतें सिर्फ़ उन से ही नही हैं रूठी रूठी ज़िंदगी से तो रूठे हम bhi hai ©बेजुबान शायर shivkumar

#बेजुबानशायर143 #बेजुबानशायर #शिकायतें #मुस्कुरा #ज़िंदगी #बर्बाद  किसी कि महफ़िल में लूटे हम भी हैं
किसी कि कहानी में झूटे हम भी हैं, 

ये ना सोचो कि सिर्फ़ बर्बाद तुम्हीं हो 
इस हादसे से तो न छूटे हम भी हैं, 

मुस्कुरा रहे हैं तो दिख रहें खुश सभी को 
वरना अंदर से टुकड़े टुकड़े टूटे हम भी हैं, 

आज तक चुप थे उनके डर से मगर 
आज मगर खुल कर फूटे हम भी हैं, 

भले ही कद्र ना हो आज उन्हें हमारी 
किसी के बंगले के गुल-बूटे हम भी हैं, 

हमें शिकायतें सिर्फ़ उन से ही नही हैं
रूठी रूठी ज़िंदगी से तो रूठे हम bhi hai

©बेजुबान शायर shivkumar

किसी कि #महफ़िल में लूटे हम भी हैं किसी कि #कहानी में झूटे हम भी हैं, ये ना सोचो कि सिर्फ़ #बर्बाद तुम्हीं हो इस #हादसे से तो न छूटे

19 Love

भीड़ में भी अकेले हैं, कोई नहीं जो समझे हमें, अपनी ही खामोशियों में ढूंढते हैं सुकून हम। ज़ख्म दिखते नहीं, पर दर्द से कराहते हैं हम, रातों को चुपके-चुपके तकिये को भीगाते हैं हम। कभी-कभी लगता है जैसे टूट जाएँगे हम, पर फिर भी मुस्कुराकर कहते हैं, "सब ठीक है कर देंगे हम" आँखों में पानी है, पर होंठों पे मुस्कान रखते हैं, मर्द हैं हम, इसलिए दर्द को दिल में छुपा लेते हैं। ©RAJ KP

#शायरी #Men #Man  भीड़ में भी अकेले हैं, कोई नहीं जो समझे हमें, अपनी ही खामोशियों में ढूंढते हैं सुकून हम।

ज़ख्म दिखते नहीं, पर दर्द से कराहते हैं हम, रातों को चुपके-चुपके तकिये को भीगाते हैं हम।

कभी-कभी लगता है जैसे टूट जाएँगे हम, पर फिर भी मुस्कुराकर कहते हैं, "सब ठीक है कर देंगे हम"

आँखों में पानी है, पर होंठों पे मुस्कान रखते हैं, मर्द हैं हम, इसलिए दर्द को दिल में छुपा लेते हैं।

©RAJ KP

भीड़ में भी अकेले हैं, कोई नहीं जो समझे हमें, अपनी ही खामोशियों में ढूंढते हैं सुकून हम। ज़ख्म दिखते नहीं, पर दर्द से कराहते हैं हम, रातों

9 Love

#वीडियो

हिन्दी हैं हम वतन हैं,.... हिंदी गाना वीडियो

1809 View

नादानगी में कैसे, ख़ुद को बहका रहे हैं नही है नही है, इश्क़ झुठला रहे है.. दिल जलाने में उनको, मज़े आ रहे है जिगर चाक करके, वो चले जा रहे है.. हुए पाँच दिन कुल, उनको मुझसे है बिछड़े अभी से ये तारे, जिस्म पिघला रहे हैं.. गले से लगा लो, या मुझको मार डालो वसवसे तन्हाइयों के, दिल दहला रहे हैं.. किया ये अहद है, फिर ना होगी मुहब्बत लाचारगी तो देखो, ख़ुद को बहला रहे हैं.. लगाते है वो मोल, उदासियों का मिरी हूँ परेशां बे-मतलब, ये दोहरा रहे हैं.. आँखों से मिरी आँसू, सँभाले ही न संभलें रहमत ये किस ख़ुशी में, वो बरसा रहे हैं.. इक शराब ही है, ग़म-ए-फुरक़त समझती मरीज़-ए-इश्क़ ख़ुद को, यूँ भी समझा रहे हैं.. वाक़िफ़ हो गए है, दुश्वारियों से ज़िन्दगी की हम भी हैं इंसा, हम भी पछता रहे हैं.. तस्वीरों को जिसकी, देखकर तू था रोया कूचा-ए-रक़ीब में वो इश्क़ फरमा रहे हैं.. दूर महसूस ख़ुद को, करते है ख़ुद ही से बेवज़ह नही हम, तग़ज़्ज़ुल फ़रमा रहे है.. किनारे लग गए हैं, मिरे ख़्वाब सारे देखकर मिरा हस्र, ये भी घबरा रहे है.. मेरा अज़ीब होना, ही है मेरी जरूरत छोटे मोटे ग़म तो, आने को शरमा रहे है.. ©Arshu....

 नादानगी में कैसे,   ख़ुद को बहका रहे हैं
नही  है  नही  है,     इश्क़  झुठला  रहे  है..

दिल  जलाने  में  उनको, मज़े  आ  रहे  है
जिगर  चाक  करके,  वो  चले  जा  रहे  है..

हुए पाँच दिन कुल, उनको मुझसे है बिछड़े
अभी  से  ये  तारे,  जिस्म  पिघला  रहे  हैं..

गले से लगा लो,   या मुझको मार डालो
वसवसे तन्हाइयों के,   दिल दहला रहे हैं..

किया ये अहद है,   फिर ना होगी मुहब्बत
लाचारगी तो देखो,   ख़ुद को बहला रहे हैं..

लगाते है वो मोल,   उदासियों का मिरी
हूँ  परेशां  बे-मतलब,  ये  दोहरा  रहे  हैं..

आँखों से मिरी आँसू, सँभाले ही न संभलें
रहमत ये किस ख़ुशी में,  वो बरसा रहे हैं..

इक शराब ही है,  ग़म-ए-फुरक़त समझती
मरीज़-ए-इश्क़ ख़ुद को, यूँ भी समझा रहे हैं..

वाक़िफ़ हो गए है, दुश्वारियों से ज़िन्दगी की
हम  भी  हैं  इंसा,  हम  भी  पछता  रहे  हैं..

तस्वीरों को जिसकी, देखकर तू था रोया
कूचा-ए-रक़ीब में वो इश्क़ फरमा रहे हैं..

दूर महसूस ख़ुद को, करते है ख़ुद ही से
बेवज़ह नही हम, तग़ज़्ज़ुल फ़रमा रहे है..

किनारे  लग  गए  हैं,    मिरे  ख़्वाब  सारे
देखकर  मिरा  हस्र,  ये  भी  घबरा  रहे  है..

मेरा अज़ीब होना,  ही  है  मेरी  जरूरत
छोटे मोटे ग़म तो,  आने को शरमा रहे है..

©Arshu....

नादानगी में कैसे, ख़ुद को बहका रहे हैं नही है नही है, इश्क़ झुठला रहे है.. दिल जलाने में उनको, मज़े आ रहे है जिगर चाक करके

17 Love

 😰 😰 💔

मोहब्बत में हम उन्हें भी हारे हैं जो कहते थे हम सिर्फ तुम्हारे हैं

108 View

Trending Topic