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New दिशा दर्शक यंत्र Status, Photo, Video

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green-leaves अगर आप रोज 15 मिनट के लिए अपनी आंखे बंद कर के बैठ जाए तो आपकी यात्रा परम आनंद प्राप्त करने की दिशा में शुरु हो जाएगी । ©Sonu Gami

#कोट्स #GreenLeaves  green-leaves अगर आप रोज 15 मिनट के लिए अपनी आंखे बंद कर के बैठ जाए तो आपकी यात्रा परम आनंद प्राप्त करने की दिशा में शुरु हो जाएगी ।

©Sonu Gami

#GreenLeaves अगर आप रोज 15 मिनट के लिए अपनी आंखे बंद कर के बैठ जाए तो आपकी यात्रा परम आनंद प्राप्त करने की दिशा में शुरु हो जाएगी । कोट्स इन

14 Love

वक्त के साथ किरदार बदलता है, वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं। कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर, वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं। वक्त के साथ मिटती हैं दूरियाँ, वक्त के साथ अपने भी बदलते हैं। क्यों पकड़े हो कसकर पतंग की डोर, इशारे में थामो, उड़ान बदलती है। क्यों बढ़ने हैं तुम्हें सब एक दिशा से, वक्त के साथ रिश्ते भी बिखरते हैं। क्यों आवेश में पड़े चिंतित हो, वक्त पर ही सारी पहेलियाँ सुलझती हैं। हर रिश्ते में वो जज़्बात रहते हैं, हर रिश्ते में वो तड़प रहती है। क्यों हो इतना भी बेकरार तुम, वक्त पर ही नींद सुकून की आती है। जिंदगी का फ़लसफ़ा किसे पता, वक्त पर ही जिंदगी सब सिखाती है। क्यों कार्यों के बोझ तले डूबे हो, वक्त ही वक्त ख्वाहिशें जगाता है। नासूर ज़ख्मों की परवाह क्यों, वक्त पर ही दवा मिलती है। दिल अगर टूटा है तो क्या हुआ, वक्त पर ही अपने मिलते हैं। क्या हुआ जो मौसम सावन चला गया, वक्त पर ही तो सारे मौसम बदलते हैं। क्या हुआ जो रिश्ते पतझड़ बन गए, वक्त पर ही बसंत की बहार खिलती है। छोड़ दो बेफिक्री में बेफिकर उसे, वक्त पर ही दबे राज भी खुलते हैं। वक्त पर सब कुछ अच्छा मिलता है, वक्त पर ही सही, नक्षत्र मिलते हैं। ©theABHAYSINGH_BIPIN

#कविता #Hope  वक्त के साथ किरदार बदलता है,
वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं।
कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर,
वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं।

वक्त के साथ मिटती हैं दूरियाँ,
वक्त के साथ अपने भी बदलते हैं।
क्यों पकड़े हो कसकर पतंग की डोर,
इशारे में थामो, उड़ान बदलती है।

क्यों बढ़ने हैं तुम्हें सब एक दिशा से,
वक्त के साथ रिश्ते भी बिखरते हैं।
क्यों आवेश में पड़े चिंतित हो,
वक्त पर ही सारी पहेलियाँ सुलझती हैं।

हर रिश्ते में वो जज़्बात रहते हैं,
हर रिश्ते में वो तड़प रहती है।
क्यों हो इतना भी बेकरार तुम,
वक्त पर ही नींद सुकून की आती है।

जिंदगी का फ़लसफ़ा किसे पता,
वक्त पर ही जिंदगी सब सिखाती है।
क्यों कार्यों के बोझ तले डूबे हो,
वक्त ही वक्त ख्वाहिशें जगाता है।

नासूर ज़ख्मों की परवाह क्यों,
वक्त पर ही दवा मिलती है।
दिल अगर टूटा है तो क्या हुआ,
वक्त पर ही अपने मिलते हैं।

क्या हुआ जो मौसम सावन चला गया,
वक्त पर ही तो सारे मौसम बदलते हैं।
क्या हुआ जो रिश्ते पतझड़ बन गए,
वक्त पर ही बसंत की बहार खिलती है।

छोड़ दो बेफिक्री में बेफिकर उसे,
वक्त पर ही दबे राज भी खुलते हैं।
वक्त पर सब कुछ अच्छा मिलता है,
वक्त पर ही सही, नक्षत्र मिलते हैं।

©theABHAYSINGH_BIPIN

#Hope वक्त के साथ किरदार बदलता है, वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं। कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर, वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं। वक्त के

9 Love

*" आत्मविश्वास का दिया.... "* पत्थर की तरह अडिग रहना, फूलो की तरह कोमल रहना। जिन्दगी को जीना है हर दिशा में, बाधाओं से लड़ने का जज़्बा रखना। मुश्किलों के दौर आते रहेंगे, विपदाओ से घिरते हुए रहेंगे। कठिन पलो में भी ए इन्सान, मुस्कुराहट का दामन पकड़े रखना। कोई किसी के काम आए कोई किसी को अपना जाए, दिन हो या हो रात हृदय में, ऐसे सपने सदा सजाए रखना।। बुरे से बुरा मिल जाए जब, परेशान हैरान कर जाए तब। अपने आत्मविश्वास के दिए से, ज्योत हर जिगर में जलाए रखना। ये जीवन-दर्शन एक अविराम है, बदलता हर पल एक नकाब है। वक्त के हाथो कठपुतली है सभी, जैसा नचाए तुम नाचते रहना।। ©बेजुबान शायर shivkumar

#आत्मविश्वास #मुस्कुराहट #मुश्किलों #जिन्दगी #बाधाओं #कविता  *" आत्मविश्वास का दिया.... "*

पत्थर की तरह अडिग रहना,
फूलो की तरह कोमल रहना।
जिन्दगी को जीना है हर दिशा में,
बाधाओं से लड़ने का जज़्बा रखना।

मुश्किलों के दौर आते रहेंगे,
विपदाओ से घिरते हुए रहेंगे।
कठिन पलो में भी ए इन्सान,
मुस्कुराहट का दामन पकड़े रखना।

कोई किसी के काम आए
कोई किसी को अपना जाए,
दिन हो या हो रात हृदय में,
ऐसे सपने सदा सजाए रखना।।

बुरे से बुरा मिल जाए जब,
परेशान हैरान कर जाए तब।
अपने आत्मविश्वास के दिए से,
ज्योत हर जिगर में जलाए रखना।

ये जीवन-दर्शन एक अविराम है,
बदलता हर पल एक नकाब है।
वक्त के हाथो कठपुतली है सभी,
जैसा नचाए तुम नाचते रहना।।

©बेजुबान शायर shivkumar

@Kshitija @Sana naaz @puja udeshi @angel rai @poonam atrey हिंदी कविता कविता कोश कविता कविताएं हिंदी कविता *"#आत्मविश्वास का दिया...."*

16 Love

green-leaves अगर आप रोज 15 मिनट के लिए अपनी आंखे बंद कर के बैठ जाए तो आपकी यात्रा परम आनंद प्राप्त करने की दिशा में शुरु हो जाएगी । ©Sonu Gami

#कोट्स #GreenLeaves  green-leaves अगर आप रोज 15 मिनट के लिए अपनी आंखे बंद कर के बैठ जाए तो आपकी यात्रा परम आनंद प्राप्त करने की दिशा में शुरु हो जाएगी ।

©Sonu Gami

#GreenLeaves अगर आप रोज 15 मिनट के लिए अपनी आंखे बंद कर के बैठ जाए तो आपकी यात्रा परम आनंद प्राप्त करने की दिशा में शुरु हो जाएगी । कोट्स इन

14 Love

वक्त के साथ किरदार बदलता है, वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं। कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर, वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं। वक्त के साथ मिटती हैं दूरियाँ, वक्त के साथ अपने भी बदलते हैं। क्यों पकड़े हो कसकर पतंग की डोर, इशारे में थामो, उड़ान बदलती है। क्यों बढ़ने हैं तुम्हें सब एक दिशा से, वक्त के साथ रिश्ते भी बिखरते हैं। क्यों आवेश में पड़े चिंतित हो, वक्त पर ही सारी पहेलियाँ सुलझती हैं। हर रिश्ते में वो जज़्बात रहते हैं, हर रिश्ते में वो तड़प रहती है। क्यों हो इतना भी बेकरार तुम, वक्त पर ही नींद सुकून की आती है। जिंदगी का फ़लसफ़ा किसे पता, वक्त पर ही जिंदगी सब सिखाती है। क्यों कार्यों के बोझ तले डूबे हो, वक्त ही वक्त ख्वाहिशें जगाता है। नासूर ज़ख्मों की परवाह क्यों, वक्त पर ही दवा मिलती है। दिल अगर टूटा है तो क्या हुआ, वक्त पर ही अपने मिलते हैं। क्या हुआ जो मौसम सावन चला गया, वक्त पर ही तो सारे मौसम बदलते हैं। क्या हुआ जो रिश्ते पतझड़ बन गए, वक्त पर ही बसंत की बहार खिलती है। छोड़ दो बेफिक्री में बेफिकर उसे, वक्त पर ही दबे राज भी खुलते हैं। वक्त पर सब कुछ अच्छा मिलता है, वक्त पर ही सही, नक्षत्र मिलते हैं। ©theABHAYSINGH_BIPIN

#कविता #Hope  वक्त के साथ किरदार बदलता है,
वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं।
कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर,
वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं।

वक्त के साथ मिटती हैं दूरियाँ,
वक्त के साथ अपने भी बदलते हैं।
क्यों पकड़े हो कसकर पतंग की डोर,
इशारे में थामो, उड़ान बदलती है।

क्यों बढ़ने हैं तुम्हें सब एक दिशा से,
वक्त के साथ रिश्ते भी बिखरते हैं।
क्यों आवेश में पड़े चिंतित हो,
वक्त पर ही सारी पहेलियाँ सुलझती हैं।

हर रिश्ते में वो जज़्बात रहते हैं,
हर रिश्ते में वो तड़प रहती है।
क्यों हो इतना भी बेकरार तुम,
वक्त पर ही नींद सुकून की आती है।

जिंदगी का फ़लसफ़ा किसे पता,
वक्त पर ही जिंदगी सब सिखाती है।
क्यों कार्यों के बोझ तले डूबे हो,
वक्त ही वक्त ख्वाहिशें जगाता है।

नासूर ज़ख्मों की परवाह क्यों,
वक्त पर ही दवा मिलती है।
दिल अगर टूटा है तो क्या हुआ,
वक्त पर ही अपने मिलते हैं।

क्या हुआ जो मौसम सावन चला गया,
वक्त पर ही तो सारे मौसम बदलते हैं।
क्या हुआ जो रिश्ते पतझड़ बन गए,
वक्त पर ही बसंत की बहार खिलती है।

छोड़ दो बेफिक्री में बेफिकर उसे,
वक्त पर ही दबे राज भी खुलते हैं।
वक्त पर सब कुछ अच्छा मिलता है,
वक्त पर ही सही, नक्षत्र मिलते हैं।

©theABHAYSINGH_BIPIN

#Hope वक्त के साथ किरदार बदलता है, वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं। कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर, वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं। वक्त के

9 Love

*" आत्मविश्वास का दिया.... "* पत्थर की तरह अडिग रहना, फूलो की तरह कोमल रहना। जिन्दगी को जीना है हर दिशा में, बाधाओं से लड़ने का जज़्बा रखना। मुश्किलों के दौर आते रहेंगे, विपदाओ से घिरते हुए रहेंगे। कठिन पलो में भी ए इन्सान, मुस्कुराहट का दामन पकड़े रखना। कोई किसी के काम आए कोई किसी को अपना जाए, दिन हो या हो रात हृदय में, ऐसे सपने सदा सजाए रखना।। बुरे से बुरा मिल जाए जब, परेशान हैरान कर जाए तब। अपने आत्मविश्वास के दिए से, ज्योत हर जिगर में जलाए रखना। ये जीवन-दर्शन एक अविराम है, बदलता हर पल एक नकाब है। वक्त के हाथो कठपुतली है सभी, जैसा नचाए तुम नाचते रहना।। ©बेजुबान शायर shivkumar

#आत्मविश्वास #मुस्कुराहट #मुश्किलों #जिन्दगी #बाधाओं #कविता  *" आत्मविश्वास का दिया.... "*

पत्थर की तरह अडिग रहना,
फूलो की तरह कोमल रहना।
जिन्दगी को जीना है हर दिशा में,
बाधाओं से लड़ने का जज़्बा रखना।

मुश्किलों के दौर आते रहेंगे,
विपदाओ से घिरते हुए रहेंगे।
कठिन पलो में भी ए इन्सान,
मुस्कुराहट का दामन पकड़े रखना।

कोई किसी के काम आए
कोई किसी को अपना जाए,
दिन हो या हो रात हृदय में,
ऐसे सपने सदा सजाए रखना।।

बुरे से बुरा मिल जाए जब,
परेशान हैरान कर जाए तब।
अपने आत्मविश्वास के दिए से,
ज्योत हर जिगर में जलाए रखना।

ये जीवन-दर्शन एक अविराम है,
बदलता हर पल एक नकाब है।
वक्त के हाथो कठपुतली है सभी,
जैसा नचाए तुम नाचते रहना।।

©बेजुबान शायर shivkumar

@Kshitija @Sana naaz @puja udeshi @angel rai @poonam atrey हिंदी कविता कविता कोश कविता कविताएं हिंदी कविता *"#आत्मविश्वास का दिया...."*

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