कात्यानी माता
नवरात्र के छठवें दिन
मां कात्यानी की आराधना की जाती है,
कात्यान ऋषि की पुत्री होने से
मां कात्यानी कहलाती है।
चार भुजाओं से सुशोभित
माता सिंह पर सवार होकर आती है,
इनकी उपासना से कन्याएं
मनचाहा वर पाती है।
जो भक्त सच्चे दिल से करते हैं
मां कात्यानी की आराधना करते हैं,
अर्थ धर्म काम और मोक्ष
इन चारों की जीवन में प्राप्ति करते हैं।
कात्यानी माता को शहद और
पीले रंग का भोग अत्यंत भाता है,
मां को अक्षत रोली कुमकुम
पीले पुष्प और भोग लगाएं,
मां कात्यानी की पूजा कर
मनवांछित फल जीवन में पाए।
©बेजुबान शायर shivkumar
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