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New रीतिकाल के प्रमुख कवि Status, Photo, Video

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#हिंदी_कविता #बिहारीसतसई #बिहारीदास #दोहासतसई #रीतिकाल #खुशबू  "बतरस लालच लाल की, मुरली धरी लुकाइ।
सौंह करे भौंहन हंसे, दैन कहै नटि जाइ।।"







बिहारी

©Khushboo

#sad_quotes रीतिकालीन कवि बिहारी दास की पंक्ति.... #बिहारीदास #रीतिकाल #हिंदी #हिंदी_कविता #दोहासतसई #बिहारीसतसई #niboo #खुशबू गोल्डन कोट्स

81 View

रचना दिनांक,,16,, नवम्बर 2024 वार। शनिवार समय। सुबह पांच बजे ््निज विचार ्् ्््भावचित्र ््् ्््शीर्षक ््् ्््ऐ नज़र ््््निजविचार्भावचित्र ् ्शीर्षक ् ऐ नज़र बड़े खुश नसीब है वो,, जो अपने होते नहीं देख सकते थे।।1।। जिन्हें अपना कहते थकते नहीं थे,, वो लफ्जो से आस्तीन के सांप बन गये।। देखें सपनो में खो गए ऐ नज़र,, वो लफ्जो का नूर काफ़िर बन गया।।3।। कहने को परखना तन मन नहीं,, ये पूतला माटी का नही है।।4।। ये इबादत अकीदत पेश किया गया,, मेरे हजूर नबी की खिदमत में पेश है।5। ये अल्फाज़ नगीना है नूर है,, ये साफ़ आयना मेरे ज़िगर से है।6। ये ईमान लिखूं या प्रेम की हकीकत,, ऐ नज़र इश्क में जो कुछ लिखा गया,, वो मतला तेरे ख्यालों का,, ये नूर ए नज़र रुहानी जिंदगी का।7। यूं ही पत्थरों को तराशते रहे,, किसी कि याद में जिंदगीसवार दी।8। ्््कवि््शैलेन्द़ आनंद ्् किसी की यादों में हम दिलों सए ©Shailendra Anand

#शायरी  रचना दिनांक,,16,, नवम्बर 2024
वार। शनिवार
समय। सुबह पांच बजे
््निज विचार ््
्््भावचित्र ्््
्््शीर्षक ्््
 ्््ऐ नज़र ््््निजविचार्भावचित्र ्
  ्शीर्षक ्
ऐ नज़र 
     बड़े खुश नसीब है वो,,
     जो अपने होते नहीं देख सकते थे।।1।।
    जिन्हें अपना कहते थकते नहीं थे,,
    वो लफ्जो से आस्तीन के सांप बन गये।।      
     देखें सपनो में खो गए ऐ नज़र,,
     वो लफ्जो का नूर काफ़िर बन गया।।3।।
     कहने को परखना तन मन नहीं,,
     ये पूतला माटी का नही है।।4।।
      ये इबादत अकीदत पेश किया गया,,
      मेरे हजूर नबी की खिदमत में पेश है।5। 
      ये अल्फाज़ नगीना है नूर है,,
      ये साफ़ आयना मेरे ज़िगर से है।6।
        ये ईमान लिखूं या प्रेम की हकीकत,,
        ऐ नज़र इश्क में जो कुछ लिखा गया,, 
         वो मतला तेरे ख्यालों का,,
         ये नूर ए नज़र रुहानी जिंदगी का।7।
          यूं ही पत्थरों को तराशते रहे,, 
         किसी कि याद में  जिंदगीसवार दी।8।
            ्््कवि््शैलेन्द़ आनंद ््                
            किसी की यादों में हम दिलों सए

©Shailendra Anand

शायरी दर्द ्््््कवि शैलेंद्र आनंद

9 Love

White गम सारे दिल के पिए जा रहे हैं तन्हाइयों से लड़े जा रहे हैं। खुद ही ज़ख़्म हमने दिल को दिए है खुद ही ज़ख्म को सिले जा रहे हैं ।। ©Ashvani Awasthi

#शायरी #good_night  White गम सारे दिल के पिए जा रहे हैं 

तन्हाइयों से लड़े जा रहे हैं।

खुद ही ज़ख़्म हमने दिल को दिए है

खुद ही ज़ख्म को सिले जा रहे हैं ।।

©Ashvani Awasthi

#good_night कवि अश्वनी अवस्थी

10 Love

#वीडियो

छठ पूजन पर ब्लाक प्रमुख से दिया धन्यवाद्

162 View

#वीडियो

प्रमुख को किया सम्मानित

171 View

#मोटिवेशनल

तरारी विधानसभा उपचुनाव में पूर्व सेना उप प्रमुख श्री कृष्ण सिंह होंगे जन सुराज के उम्मीदवार। Sushant Singh Rajput मोटिवेशनल कोट्स फॉर वर्क

180 View

#हिंदी_कविता #बिहारीसतसई #बिहारीदास #दोहासतसई #रीतिकाल #खुशबू  "बतरस लालच लाल की, मुरली धरी लुकाइ।
सौंह करे भौंहन हंसे, दैन कहै नटि जाइ।।"







बिहारी

©Khushboo

#sad_quotes रीतिकालीन कवि बिहारी दास की पंक्ति.... #बिहारीदास #रीतिकाल #हिंदी #हिंदी_कविता #दोहासतसई #बिहारीसतसई #niboo #खुशबू गोल्डन कोट्स

81 View

रचना दिनांक,,16,, नवम्बर 2024 वार। शनिवार समय। सुबह पांच बजे ््निज विचार ्् ्््भावचित्र ््् ्््शीर्षक ््् ्््ऐ नज़र ््््निजविचार्भावचित्र ् ्शीर्षक ् ऐ नज़र बड़े खुश नसीब है वो,, जो अपने होते नहीं देख सकते थे।।1।। जिन्हें अपना कहते थकते नहीं थे,, वो लफ्जो से आस्तीन के सांप बन गये।। देखें सपनो में खो गए ऐ नज़र,, वो लफ्जो का नूर काफ़िर बन गया।।3।। कहने को परखना तन मन नहीं,, ये पूतला माटी का नही है।।4।। ये इबादत अकीदत पेश किया गया,, मेरे हजूर नबी की खिदमत में पेश है।5। ये अल्फाज़ नगीना है नूर है,, ये साफ़ आयना मेरे ज़िगर से है।6। ये ईमान लिखूं या प्रेम की हकीकत,, ऐ नज़र इश्क में जो कुछ लिखा गया,, वो मतला तेरे ख्यालों का,, ये नूर ए नज़र रुहानी जिंदगी का।7। यूं ही पत्थरों को तराशते रहे,, किसी कि याद में जिंदगीसवार दी।8। ्््कवि््शैलेन्द़ आनंद ्् किसी की यादों में हम दिलों सए ©Shailendra Anand

#शायरी  रचना दिनांक,,16,, नवम्बर 2024
वार। शनिवार
समय। सुबह पांच बजे
््निज विचार ््
्््भावचित्र ्््
्््शीर्षक ्््
 ्््ऐ नज़र ््््निजविचार्भावचित्र ्
  ्शीर्षक ्
ऐ नज़र 
     बड़े खुश नसीब है वो,,
     जो अपने होते नहीं देख सकते थे।।1।।
    जिन्हें अपना कहते थकते नहीं थे,,
    वो लफ्जो से आस्तीन के सांप बन गये।।      
     देखें सपनो में खो गए ऐ नज़र,,
     वो लफ्जो का नूर काफ़िर बन गया।।3।।
     कहने को परखना तन मन नहीं,,
     ये पूतला माटी का नही है।।4।।
      ये इबादत अकीदत पेश किया गया,,
      मेरे हजूर नबी की खिदमत में पेश है।5। 
      ये अल्फाज़ नगीना है नूर है,,
      ये साफ़ आयना मेरे ज़िगर से है।6।
        ये ईमान लिखूं या प्रेम की हकीकत,,
        ऐ नज़र इश्क में जो कुछ लिखा गया,, 
         वो मतला तेरे ख्यालों का,,
         ये नूर ए नज़र रुहानी जिंदगी का।7।
          यूं ही पत्थरों को तराशते रहे,, 
         किसी कि याद में  जिंदगीसवार दी।8।
            ्््कवि््शैलेन्द़ आनंद ््                
            किसी की यादों में हम दिलों सए

©Shailendra Anand

शायरी दर्द ्््््कवि शैलेंद्र आनंद

9 Love

White गम सारे दिल के पिए जा रहे हैं तन्हाइयों से लड़े जा रहे हैं। खुद ही ज़ख़्म हमने दिल को दिए है खुद ही ज़ख्म को सिले जा रहे हैं ।। ©Ashvani Awasthi

#शायरी #good_night  White गम सारे दिल के पिए जा रहे हैं 

तन्हाइयों से लड़े जा रहे हैं।

खुद ही ज़ख़्म हमने दिल को दिए है

खुद ही ज़ख्म को सिले जा रहे हैं ।।

©Ashvani Awasthi

#good_night कवि अश्वनी अवस्थी

10 Love

#वीडियो

छठ पूजन पर ब्लाक प्रमुख से दिया धन्यवाद्

162 View

#वीडियो

प्रमुख को किया सम्मानित

171 View

#मोटिवेशनल

तरारी विधानसभा उपचुनाव में पूर्व सेना उप प्रमुख श्री कृष्ण सिंह होंगे जन सुराज के उम्मीदवार। Sushant Singh Rajput मोटिवेशनल कोट्स फॉर वर्क

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