tags

New वो भी Status, Photo, Video

Find the latest Status about वो भी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about वो भी.

Related Stories

  • Latest
  • Popular
  • Video

न जाने क्यों उन्हें मेरा साथ गवारा लगने लगा। हमसे हुए मुखातिब, तो हमारा साथ उन्हें जन्नत लगा। हुआ है सामना मेरा आज जमाने की जिल्लत से, हुए है वो भी रूबरू अपनी जिंदगी से हाल ही में, आज उन्होंने जन्नत को भूल जाना ही बेहतर समझा। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #कविता  न जाने क्यों उन्हें मेरा साथ गवारा लगने लगा।

हमसे हुए मुखातिब, तो हमारा साथ उन्हें जन्नत लगा।
हुआ है सामना मेरा आज जमाने की जिल्लत से,

हुए है वो भी रूबरू अपनी जिंदगी से हाल ही में,

आज उन्होंने जन्नत को भूल जाना ही बेहतर समझा।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर न जाने क्यों उन्हें मेरा साथ गवारा लगने लगा हमसे हुए मुखातिब, तो हमारा साथ उन्हें जन्नत लगा, हुआ है सामना मेरा आज जमाने की जिल्

15 Love

White "एक साधारण सा इंसान भी,जब चाहत के दायरे में आता है तो वो भी मूल्यवान बन जाता है " ©Kulvant Kumar

#love_story  White "एक साधारण सा इंसान भी,जब चाहत के दायरे में आता है तो 
वो भी मूल्यवान बन जाता है "

©Kulvant Kumar

#love_story "एक साधारण सा इंसान भी,जब चाहत के दायरे में आता है तो वो भी मूल्यवान बन जाता है "

10 Love

इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक, दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला। जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता, जैसे काग़ज़ पर गिरा, पानी का असर निकला। अरमान सजे थे जिनसे रोशन मेरी दुनिया, वो चिराग़ जला लेकिन हवा का असर निकला। मिलन की घड़ी आई तो जुदाई के साए थे, जिसे चाहा था अपना, वो भी बेख़बर निकला। ख़्वाबों की हक़ीक़त में जो देखा था कभी हमने, आईना दिखाया तो हर शक्ल बदल निकला। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक,
दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला।

जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता,
जैसे काग़ज़ पर गिरा, पानी का असर निकला।

अरमान सजे थे जिनसे रोशन मेरी दुनिया,
वो चिराग़ जला लेकिन हवा का असर निकला।

मिलन की घड़ी आई तो जुदाई के साए थे,
जिसे चाहा था अपना, वो भी बेख़बर निकला।

ख़्वाबों की हक़ीक़त में जो देखा था कभी हमने,
आईना दिखाया तो हर शक्ल बदल निकला।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक, दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला। जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता, जैसे का

15 Love

कितना बेबस है इंसान__किस्मत के आगे, हर सपना_टूट जाता है हकीकत के आगे.. जिसने दुनिया में कभी झुकना नहीं सीखा, वो भी झुक जाता है मोहब्बत के आगे..❤️ ©बेजुबान शायर shivkumar

#मोहब्बत #दुनिया #शायरी #इंसान #हकीकत #झुकना  कितना बेबस है इंसान__किस्मत के आगे,
     हर सपना_टूट जाता है हकीकत के आगे..
जिसने दुनिया में कभी झुकना नहीं सीखा,
     वो भी झुक जाता है मोहब्बत के आगे..❤️

©बेजुबान शायर shivkumar

कितना #बेबस है #इंसान __#किस्मत के आगे, हर सपना_टूट जाता है #हकीकत के आगे.. जिसने #दुनिया में कभी #झुकना नहीं सीखा, वो भी झुक

16 Love

न जाने क्यों उन्हें मेरा साथ गवारा लगने लगा। हमसे हुए मुखातिब, तो हमारा साथ उन्हें जन्नत लगा। हुआ है सामना मेरा आज जमाने की जिल्लत से, हुए है वो भी रूबरू अपनी जिंदगी से हाल ही में, आज उन्होंने जन्नत को भूल जाना ही बेहतर समझा। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #कविता  न जाने क्यों उन्हें मेरा साथ गवारा लगने लगा।

हमसे हुए मुखातिब, तो हमारा साथ उन्हें जन्नत लगा।
हुआ है सामना मेरा आज जमाने की जिल्लत से,

हुए है वो भी रूबरू अपनी जिंदगी से हाल ही में,

आज उन्होंने जन्नत को भूल जाना ही बेहतर समझा।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर न जाने क्यों उन्हें मेरा साथ गवारा लगने लगा हमसे हुए मुखातिब, तो हमारा साथ उन्हें जन्नत लगा, हुआ है सामना मेरा आज जमाने की जिल्

15 Love

White "एक साधारण सा इंसान भी,जब चाहत के दायरे में आता है तो वो भी मूल्यवान बन जाता है " ©Kulvant Kumar

#love_story  White "एक साधारण सा इंसान भी,जब चाहत के दायरे में आता है तो 
वो भी मूल्यवान बन जाता है "

©Kulvant Kumar

#love_story "एक साधारण सा इंसान भी,जब चाहत के दायरे में आता है तो वो भी मूल्यवान बन जाता है "

10 Love

इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक, दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला। जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता, जैसे काग़ज़ पर गिरा, पानी का असर निकला। अरमान सजे थे जिनसे रोशन मेरी दुनिया, वो चिराग़ जला लेकिन हवा का असर निकला। मिलन की घड़ी आई तो जुदाई के साए थे, जिसे चाहा था अपना, वो भी बेख़बर निकला। ख़्वाबों की हक़ीक़त में जो देखा था कभी हमने, आईना दिखाया तो हर शक्ल बदल निकला। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक,
दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला।

जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता,
जैसे काग़ज़ पर गिरा, पानी का असर निकला।

अरमान सजे थे जिनसे रोशन मेरी दुनिया,
वो चिराग़ जला लेकिन हवा का असर निकला।

मिलन की घड़ी आई तो जुदाई के साए थे,
जिसे चाहा था अपना, वो भी बेख़बर निकला।

ख़्वाबों की हक़ीक़त में जो देखा था कभी हमने,
आईना दिखाया तो हर शक्ल बदल निकला।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक, दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला। जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता, जैसे का

15 Love

कितना बेबस है इंसान__किस्मत के आगे, हर सपना_टूट जाता है हकीकत के आगे.. जिसने दुनिया में कभी झुकना नहीं सीखा, वो भी झुक जाता है मोहब्बत के आगे..❤️ ©बेजुबान शायर shivkumar

#मोहब्बत #दुनिया #शायरी #इंसान #हकीकत #झुकना  कितना बेबस है इंसान__किस्मत के आगे,
     हर सपना_टूट जाता है हकीकत के आगे..
जिसने दुनिया में कभी झुकना नहीं सीखा,
     वो भी झुक जाता है मोहब्बत के आगे..❤️

©बेजुबान शायर shivkumar

कितना #बेबस है #इंसान __#किस्मत के आगे, हर सपना_टूट जाता है #हकीकत के आगे.. जिसने #दुनिया में कभी #झुकना नहीं सीखा, वो भी झुक

16 Love

Trending Topic