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White उदास रहना अब तो मेरी आदत बन गई हैं, चेहरे की मुस्कुराहट पता नहीं कहां अब खो गई हैं, डर लगता है अब मुस्कुराने से भी क्योंकि, ज़िंदगी जितना हंसाती हैं, फिर बाद में दोगुना रुलाती हैं ©RAVI PRAKASH

#शायरी #Couple  White उदास रहना अब तो मेरी आदत बन गई हैं,

चेहरे की मुस्कुराहट पता नहीं कहां अब खो गई हैं,

डर लगता है अब मुस्कुराने से भी क्योंकि,

ज़िंदगी जितना हंसाती हैं, फिर बाद में दोगुना रुलाती हैं

©RAVI PRAKASH

#Couple उदास रहना अब तो मेरी

9 Love

White तन्हा हूं मगर खुश हूं क्योंकि खुश रहना ही जिंदगी है, तुम खुद खुश नहीं रह सकते हो तो तुम्हारी जिंदगी कैसे खुश रह सकती है, जिंदगी को खुशियों से भरना ही हमारा काम है, यह काम छोड़कर हम कैसे और कुछ कर सकते हैं, तुम जिंदगी को खुश नहीं रख सकते हो तो जिंदगी को कैसे कह सकते हो की जिंदगी तुम्हें खुशी दे, इतना खुश रखो जिंदगी को की जिंदगी खुद कहे की हां मुझे भी अब खुश ही रहना है... ©Lili Dey

 White तन्हा हूं मगर खुश हूं क्योंकि खुश रहना ही जिंदगी है, 
तुम खुद खुश नहीं रह सकते हो 
तो तुम्हारी जिंदगी कैसे खुश रह सकती है, 
जिंदगी को खुशियों से भरना ही हमारा काम है,
यह काम छोड़कर हम कैसे और कुछ कर सकते हैं, 
तुम जिंदगी को खुश नहीं रख सकते हो तो 
जिंदगी को कैसे कह सकते हो की जिंदगी तुम्हें खुशी दे,
इतना खुश रखो जिंदगी को की 
जिंदगी खुद कहे की हां मुझे भी अब खुश ही रहना है...

©Lili Dey

खुश रहना सिखो

14 Love

White उसे तुम से मोहब्बत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना ये बस दिल की शरारत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना तुम्ही को देख कर वो मुस्कुराता है तो हैरत क्या उसे हँसने की आदत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना हुए बर्बाद तो अब आह-ओ-ज़ारी कर रहे हो तुम कहा भी था सियासत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना मैं तुझ को चाहता हूँ बात ये सच है मगर फिर भी मुझे तेरी ज़रूरत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना ही झुकी नज़रों से तकना और ख़मोशी से गुज़र जाना मोहब्बत की रिवायत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना किया करता हूँ 'राही' उस की तारीफ़ें सबब ये है वो मुझ से ख़ूबसूरत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना ©R.R.K

#love_qoutes  White उसे तुम से मोहब्बत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना
ये बस दिल की शरारत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

तुम्ही को देख कर वो मुस्कुराता है तो हैरत क्या
उसे हँसने की आदत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

हुए बर्बाद तो अब आह-ओ-ज़ारी कर रहे हो तुम
कहा भी था सियासत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

मैं तुझ को चाहता हूँ बात ये सच है मगर फिर भी
मुझे तेरी ज़रूरत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना ही

झुकी नज़रों से तकना और ख़मोशी से गुज़र जाना
मोहब्बत की रिवायत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

किया करता हूँ 'राही' उस की तारीफ़ें सबब ये है
वो मुझ से ख़ूबसूरत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

©R.R.K

#love_qoutes उसे तुम से मोहब्बत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना ये बस दिल की शरारत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना love shayari

10 Love

White हां अकेले रहना पसंद है मुझे, पर लोग इस मेरी ego समझ लेते हैं, अब क्या कहूं इन्हें मैं अकेले तो कोई रहना नहीं चाहता, पर जमाने की रुख़ ही ऐसा है कि अकेले रहना खुद-ब-खुद आ जाता है, कहने को तो यहां हर कोई साथ हैं लेकिन जिंदगी के हर मोड़ पर हमें चलना अकेले ही है, ये बात भी इस दुनिया ने ही सिखाई है कि, आप सबके जरूरत पर खड़े रहते हो, मगर आपको जरूरत पड़ने पर सब मुंह फेर लेते हैं, इसलिए मैं अपनी जरूरत खुद बनना चाहता हूं लोगों का क्या है, वो तो छोड़ जाते हैं बीच रास्तों पर अकेले. क्योंकि, उन्हें सिर्फ हक जताना आता है, रिश्ता निभाना नहीं. और फिर जब हर बार खुद को अपने साथ अकेले ही पाना है, हर रास्ते पर खुद को मुझे अकेले ही चलना है, तो क्यों ना अकेले ही रहा जाए. वैसे भी सबके करीब जाकर देख लिया है, मुझे, मुझसा सुकून कहीं नहीं मिला. हां, इन समझदारों की दुनियां में जहां रिश्ते सिर्फ मतलब से निभाये जातें हैं, वहां मैं अकेले ही ठीक हूं बेमतलब से. जिन्हें कोई वास्ता ही नहीं उनके साथ क्यूं रहूं मैं, कम से कम झूठे सहारे से तो अच्छा है मैं खुद के साथ अपने तरीके से जियूं. अब ऐसा नहीं है कि मुझे किसी से मिलना-जुलना, बातें करना, दोस्ती-यारी रखना पसंद नहीं है, पसंद सब है मुझे. मगर उन जैसे formality करके नहीं जुड़ना चाहता मैं किसी से, यही वजह है कि ओरों से ज्यादा खुद के साथ वक्त बिताता हूं. कुछ बातें खुद से कहना, खुद की सुनना, थोड़ा खुद को समझाना, थोड़ा खुद समझा लेना अच्छा लगता है मुझको. फर्क नहीं पड़ता कौन क्या कहता है मेरे बारे में, बस अपनी आवाज़ को सुन सकूं इसलिए दुनिया के शोर से दूर रहता हूं. क्योंकि नहीं चाहता उस भीड़ का हिस्सा बनना, जिस भीड़ में मैं ही खो जाऊं, फिर चाहे कोई मुझे समझे या ना समझे, इस बात की भी कोई उम्मीद नहीं रखता किसी से. क्योंकि अब सारी बातें खुद से ही होती है, और यही फायदा है अकेले रहने का की मेरे जैसे इंसान दिखावे का नहीं हक़ीक़त की जिंदगी जीता है. क्योंकि हमें खुद से बेहतर कोई नहीं समझ सकता. ©Rahul Ranjan

#कविता #Sad_Status  White हां अकेले रहना पसंद है मुझे,
पर लोग इस मेरी ego
समझ लेते हैं,
अब क्या कहूं इन्हें मैं 
अकेले तो कोई रहना नहीं चाहता,
पर जमाने की रुख़ ही ऐसा है कि
अकेले रहना खुद-ब-खुद आ जाता है,
कहने को तो यहां हर कोई साथ हैं 
लेकिन जिंदगी के हर मोड़ पर हमें चलना अकेले ही है,
ये बात भी इस दुनिया ने ही सिखाई है कि,
आप सबके जरूरत पर खड़े रहते हो,
मगर आपको जरूरत पड़ने पर सब मुंह फेर लेते हैं,
इसलिए मैं अपनी जरूरत खुद बनना चाहता हूं 
लोगों का क्या है,
वो तो छोड़ जाते हैं बीच रास्तों पर अकेले.
क्योंकि, उन्हें सिर्फ हक जताना आता है,
रिश्ता निभाना नहीं.
और फिर जब हर बार खुद को अपने साथ अकेले ही पाना है, हर रास्ते पर खुद को मुझे अकेले ही चलना है,
तो क्यों ना अकेले ही रहा जाए.
वैसे भी सबके करीब जाकर देख लिया है,
मुझे, मुझसा सुकून कहीं नहीं मिला.
हां, इन समझदारों की दुनियां में जहां रिश्ते सिर्फ 
मतलब से निभाये जातें हैं,
वहां मैं अकेले ही ठीक हूं बेमतलब से.
जिन्हें कोई वास्ता ही नहीं उनके साथ क्यूं रहूं मैं,
कम से कम झूठे सहारे से तो अच्छा है 
मैं खुद के साथ अपने तरीके से जियूं.
अब ऐसा नहीं है कि मुझे किसी से मिलना-जुलना,
बातें करना, दोस्ती-यारी रखना पसंद नहीं है,
पसंद सब है मुझे.
मगर उन जैसे formality करके नहीं जुड़ना चाहता मैं किसी से,
यही वजह है कि ओरों से ज्यादा 
खुद के साथ वक्त बिताता हूं.
कुछ बातें खुद से कहना, खुद की सुनना,
थोड़ा खुद को समझाना, 
थोड़ा खुद समझा लेना अच्छा लगता है 
मुझको.
फर्क नहीं पड़ता कौन क्या कहता है मेरे बारे में,
बस अपनी आवाज़ को सुन सकूं 
इसलिए दुनिया के शोर से दूर रहता हूं.
क्योंकि नहीं चाहता उस भीड़ का हिस्सा बनना,
जिस भीड़ में मैं ही खो जाऊं,
फिर चाहे कोई मुझे समझे या ना समझे,
इस बात की भी कोई उम्मीद नहीं रखता किसी से.
क्योंकि अब सारी बातें खुद से ही होती है,
और यही फायदा है अकेले रहने का
की मेरे जैसे इंसान दिखावे का नहीं 
हक़ीक़त की जिंदगी जीता है.
क्योंकि हमें खुद से बेहतर कोई नहीं समझ सकता.

©Rahul Ranjan

#Sad_Status अकेले रहना अच्छा लगता है

10 Love

#विचार

आप चुप रहना ही सही है अब्दुल कलाम के विचार

180 View

अगर आप ज़िन्दगी में खुश रहना चाहते हो, तो खुद को खुश रखना शुरू करदे।। ©Kiran Chaudhary

 अगर आप ज़िन्दगी में खुश रहना चाहते हो,
तो खुद को खुश रखना शुरू करदे।।

©Kiran Chaudhary

अगर आप ज़िन्दगी में खुश रहना चाहते हो

18 Love

White उदास रहना अब तो मेरी आदत बन गई हैं, चेहरे की मुस्कुराहट पता नहीं कहां अब खो गई हैं, डर लगता है अब मुस्कुराने से भी क्योंकि, ज़िंदगी जितना हंसाती हैं, फिर बाद में दोगुना रुलाती हैं ©RAVI PRAKASH

#शायरी #Couple  White उदास रहना अब तो मेरी आदत बन गई हैं,

चेहरे की मुस्कुराहट पता नहीं कहां अब खो गई हैं,

डर लगता है अब मुस्कुराने से भी क्योंकि,

ज़िंदगी जितना हंसाती हैं, फिर बाद में दोगुना रुलाती हैं

©RAVI PRAKASH

#Couple उदास रहना अब तो मेरी

9 Love

White तन्हा हूं मगर खुश हूं क्योंकि खुश रहना ही जिंदगी है, तुम खुद खुश नहीं रह सकते हो तो तुम्हारी जिंदगी कैसे खुश रह सकती है, जिंदगी को खुशियों से भरना ही हमारा काम है, यह काम छोड़कर हम कैसे और कुछ कर सकते हैं, तुम जिंदगी को खुश नहीं रख सकते हो तो जिंदगी को कैसे कह सकते हो की जिंदगी तुम्हें खुशी दे, इतना खुश रखो जिंदगी को की जिंदगी खुद कहे की हां मुझे भी अब खुश ही रहना है... ©Lili Dey

 White तन्हा हूं मगर खुश हूं क्योंकि खुश रहना ही जिंदगी है, 
तुम खुद खुश नहीं रह सकते हो 
तो तुम्हारी जिंदगी कैसे खुश रह सकती है, 
जिंदगी को खुशियों से भरना ही हमारा काम है,
यह काम छोड़कर हम कैसे और कुछ कर सकते हैं, 
तुम जिंदगी को खुश नहीं रख सकते हो तो 
जिंदगी को कैसे कह सकते हो की जिंदगी तुम्हें खुशी दे,
इतना खुश रखो जिंदगी को की 
जिंदगी खुद कहे की हां मुझे भी अब खुश ही रहना है...

©Lili Dey

खुश रहना सिखो

14 Love

White उसे तुम से मोहब्बत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना ये बस दिल की शरारत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना तुम्ही को देख कर वो मुस्कुराता है तो हैरत क्या उसे हँसने की आदत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना हुए बर्बाद तो अब आह-ओ-ज़ारी कर रहे हो तुम कहा भी था सियासत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना मैं तुझ को चाहता हूँ बात ये सच है मगर फिर भी मुझे तेरी ज़रूरत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना ही झुकी नज़रों से तकना और ख़मोशी से गुज़र जाना मोहब्बत की रिवायत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना किया करता हूँ 'राही' उस की तारीफ़ें सबब ये है वो मुझ से ख़ूबसूरत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना ©R.R.K

#love_qoutes  White उसे तुम से मोहब्बत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना
ये बस दिल की शरारत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

तुम्ही को देख कर वो मुस्कुराता है तो हैरत क्या
उसे हँसने की आदत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

हुए बर्बाद तो अब आह-ओ-ज़ारी कर रहे हो तुम
कहा भी था सियासत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

मैं तुझ को चाहता हूँ बात ये सच है मगर फिर भी
मुझे तेरी ज़रूरत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना ही

झुकी नज़रों से तकना और ख़मोशी से गुज़र जाना
मोहब्बत की रिवायत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

किया करता हूँ 'राही' उस की तारीफ़ें सबब ये है
वो मुझ से ख़ूबसूरत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

©R.R.K

#love_qoutes उसे तुम से मोहब्बत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना ये बस दिल की शरारत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना love shayari

10 Love

White हां अकेले रहना पसंद है मुझे, पर लोग इस मेरी ego समझ लेते हैं, अब क्या कहूं इन्हें मैं अकेले तो कोई रहना नहीं चाहता, पर जमाने की रुख़ ही ऐसा है कि अकेले रहना खुद-ब-खुद आ जाता है, कहने को तो यहां हर कोई साथ हैं लेकिन जिंदगी के हर मोड़ पर हमें चलना अकेले ही है, ये बात भी इस दुनिया ने ही सिखाई है कि, आप सबके जरूरत पर खड़े रहते हो, मगर आपको जरूरत पड़ने पर सब मुंह फेर लेते हैं, इसलिए मैं अपनी जरूरत खुद बनना चाहता हूं लोगों का क्या है, वो तो छोड़ जाते हैं बीच रास्तों पर अकेले. क्योंकि, उन्हें सिर्फ हक जताना आता है, रिश्ता निभाना नहीं. और फिर जब हर बार खुद को अपने साथ अकेले ही पाना है, हर रास्ते पर खुद को मुझे अकेले ही चलना है, तो क्यों ना अकेले ही रहा जाए. वैसे भी सबके करीब जाकर देख लिया है, मुझे, मुझसा सुकून कहीं नहीं मिला. हां, इन समझदारों की दुनियां में जहां रिश्ते सिर्फ मतलब से निभाये जातें हैं, वहां मैं अकेले ही ठीक हूं बेमतलब से. जिन्हें कोई वास्ता ही नहीं उनके साथ क्यूं रहूं मैं, कम से कम झूठे सहारे से तो अच्छा है मैं खुद के साथ अपने तरीके से जियूं. अब ऐसा नहीं है कि मुझे किसी से मिलना-जुलना, बातें करना, दोस्ती-यारी रखना पसंद नहीं है, पसंद सब है मुझे. मगर उन जैसे formality करके नहीं जुड़ना चाहता मैं किसी से, यही वजह है कि ओरों से ज्यादा खुद के साथ वक्त बिताता हूं. कुछ बातें खुद से कहना, खुद की सुनना, थोड़ा खुद को समझाना, थोड़ा खुद समझा लेना अच्छा लगता है मुझको. फर्क नहीं पड़ता कौन क्या कहता है मेरे बारे में, बस अपनी आवाज़ को सुन सकूं इसलिए दुनिया के शोर से दूर रहता हूं. क्योंकि नहीं चाहता उस भीड़ का हिस्सा बनना, जिस भीड़ में मैं ही खो जाऊं, फिर चाहे कोई मुझे समझे या ना समझे, इस बात की भी कोई उम्मीद नहीं रखता किसी से. क्योंकि अब सारी बातें खुद से ही होती है, और यही फायदा है अकेले रहने का की मेरे जैसे इंसान दिखावे का नहीं हक़ीक़त की जिंदगी जीता है. क्योंकि हमें खुद से बेहतर कोई नहीं समझ सकता. ©Rahul Ranjan

#कविता #Sad_Status  White हां अकेले रहना पसंद है मुझे,
पर लोग इस मेरी ego
समझ लेते हैं,
अब क्या कहूं इन्हें मैं 
अकेले तो कोई रहना नहीं चाहता,
पर जमाने की रुख़ ही ऐसा है कि
अकेले रहना खुद-ब-खुद आ जाता है,
कहने को तो यहां हर कोई साथ हैं 
लेकिन जिंदगी के हर मोड़ पर हमें चलना अकेले ही है,
ये बात भी इस दुनिया ने ही सिखाई है कि,
आप सबके जरूरत पर खड़े रहते हो,
मगर आपको जरूरत पड़ने पर सब मुंह फेर लेते हैं,
इसलिए मैं अपनी जरूरत खुद बनना चाहता हूं 
लोगों का क्या है,
वो तो छोड़ जाते हैं बीच रास्तों पर अकेले.
क्योंकि, उन्हें सिर्फ हक जताना आता है,
रिश्ता निभाना नहीं.
और फिर जब हर बार खुद को अपने साथ अकेले ही पाना है, हर रास्ते पर खुद को मुझे अकेले ही चलना है,
तो क्यों ना अकेले ही रहा जाए.
वैसे भी सबके करीब जाकर देख लिया है,
मुझे, मुझसा सुकून कहीं नहीं मिला.
हां, इन समझदारों की दुनियां में जहां रिश्ते सिर्फ 
मतलब से निभाये जातें हैं,
वहां मैं अकेले ही ठीक हूं बेमतलब से.
जिन्हें कोई वास्ता ही नहीं उनके साथ क्यूं रहूं मैं,
कम से कम झूठे सहारे से तो अच्छा है 
मैं खुद के साथ अपने तरीके से जियूं.
अब ऐसा नहीं है कि मुझे किसी से मिलना-जुलना,
बातें करना, दोस्ती-यारी रखना पसंद नहीं है,
पसंद सब है मुझे.
मगर उन जैसे formality करके नहीं जुड़ना चाहता मैं किसी से,
यही वजह है कि ओरों से ज्यादा 
खुद के साथ वक्त बिताता हूं.
कुछ बातें खुद से कहना, खुद की सुनना,
थोड़ा खुद को समझाना, 
थोड़ा खुद समझा लेना अच्छा लगता है 
मुझको.
फर्क नहीं पड़ता कौन क्या कहता है मेरे बारे में,
बस अपनी आवाज़ को सुन सकूं 
इसलिए दुनिया के शोर से दूर रहता हूं.
क्योंकि नहीं चाहता उस भीड़ का हिस्सा बनना,
जिस भीड़ में मैं ही खो जाऊं,
फिर चाहे कोई मुझे समझे या ना समझे,
इस बात की भी कोई उम्मीद नहीं रखता किसी से.
क्योंकि अब सारी बातें खुद से ही होती है,
और यही फायदा है अकेले रहने का
की मेरे जैसे इंसान दिखावे का नहीं 
हक़ीक़त की जिंदगी जीता है.
क्योंकि हमें खुद से बेहतर कोई नहीं समझ सकता.

©Rahul Ranjan

#Sad_Status अकेले रहना अच्छा लगता है

10 Love

#विचार

आप चुप रहना ही सही है अब्दुल कलाम के विचार

180 View

अगर आप ज़िन्दगी में खुश रहना चाहते हो, तो खुद को खुश रखना शुरू करदे।। ©Kiran Chaudhary

 अगर आप ज़िन्दगी में खुश रहना चाहते हो,
तो खुद को खुश रखना शुरू करदे।।

©Kiran Chaudhary

अगर आप ज़िन्दगी में खुश रहना चाहते हो

18 Love

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