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New shayari for her in nepali Status, Photo, Video

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Nature's first green is gold, Her hardest hue to hold. Her early leaf's a flower; But only so an hour. ©Omu Sutar

#GreenLeaves  Nature's first green is gold,
Her hardest hue to hold.
Her early leaf's a flower;
But only so an hour.

©Omu Sutar

#GreenLeaves poetry in english love poetry for her love poetry in english

13 Love

also fine 😁😁😁 ©Asik Rana Hoque

 also fine 😁😁😁

©Asik Rana Hoque

poetry in love poetry in english love poetry for her poetry quotes

9 Love

Unsplash हर बात की कोई कहानी नहीं होती, हर धुन की मीरा दीवानी नहीं होती, कुछ रिश्तों का कोई नाम नहीं होता, कुछ रिश्तों की कोई निशानी नहीं होती। किसी की बातों में अब दिल नहीं लगता, किसी की यादें कभी पुरानी नहीं होती, टुकड़ों - टुकड़ों में सबको जीना पड़ता है, संग हमेशा किसी के जवानी नहीं होती। अपनों के लिए कभी वक्त नहीं है, गैरों की महफ़िल कभी वीरानी नहीं होती, तिनके-तिनके से घर बना करता है, अपनों से अपनों को परेशानी नहीं होती। ©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ

#अब_दिल_नहीं_लगता  Unsplash हर बात की कोई कहानी नहीं होती,
हर धुन की मीरा दीवानी नहीं होती,

कुछ रिश्तों का कोई नाम नहीं होता,
कुछ रिश्तों की कोई निशानी नहीं होती।

किसी की बातों में अब दिल नहीं लगता,
किसी की यादें कभी पुरानी नहीं होती,

टुकड़ों - टुकड़ों में सबको जीना पड़ता है,
संग हमेशा किसी के जवानी नहीं होती।

अपनों के लिए कभी वक्त नहीं है,
गैरों की महफ़िल कभी वीरानी नहीं होती,

तिनके-तिनके से घर बना करता है,
अपनों से अपनों को परेशानी नहीं होती।

©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ

#अब_दिल_नहीं_लगता.. poetry in hindi love poetry for her

15 Love

White Log puchtay hai mujhse Nasha na krne ki wajah Mainay kaha: Woh Nasha hi kya jo chadtey hi kuch waqt ke bad utar jae Nasha toh aisa ho jo Yah toh Umar bhar hum nashay main ho Yah Nasha Umar bhar mujhe hojae ©Altab Alam Qureshi

 White Log puchtay hai mujhse Nasha na krne ki wajah 
Mainay kaha:

Woh Nasha hi kya jo chadtey hi kuch waqt ke bad utar jae
Nasha toh aisa ho jo
Yah toh Umar bhar hum nashay main ho 
Yah Nasha Umar bhar mujhe hojae

©Altab Alam Qureshi

love poetry in hindi love poetry for her

12 Love

जो नेकी कर के फिर दरिया में इस को डाल जाता है वो जब दुनिया से जाता है तो माला-माल जाता है। सँभल कर ही क़दम रखना बयाबान-ए-मोहब्बत में यहाँ से जो भी जाता है बड़ा बेहाल जाता है। कभी भूखे पड़ोसी की ख़बर तो ली नहीं उस ने मगर करने वो उमरा और हज हर साल जाता है। मनाऊँ हर बरस जश्न-ए-विलादत किस लिए आख़िर यहाँ हर साल मेरी उम्र का इक साल जाता है। है दुनिया तक ही अपनी दस्तरस में दौलत-ए-दुनिया फ़क़त हमराह अपने नामा-ए-आमाल जाता है। बिना देखे ख़ुदा को मानता हूँ इस लिए 'साहिल' कोई तो है जो हम को रोज़ दाना डाल जाता है। ©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ

#बिना_देखे_खुदा_को_मानता_हूं  जो नेकी कर के फिर दरिया में इस को डाल जाता है
वो जब दुनिया से जाता है तो माला-माल जाता है।

सँभल कर ही क़दम रखना बयाबान-ए-मोहब्बत में
यहाँ से जो भी जाता है बड़ा बेहाल जाता है।

कभी भूखे पड़ोसी की ख़बर तो ली नहीं उस ने
मगर करने वो उमरा और हज हर साल जाता है।

मनाऊँ हर बरस जश्न-ए-विलादत किस लिए आख़िर
यहाँ हर साल मेरी उम्र का इक साल जाता है।

है दुनिया तक ही अपनी दस्तरस में दौलत-ए-दुनिया
फ़क़त हमराह अपने नामा-ए-आमाल जाता है।

बिना देखे ख़ुदा को मानता हूँ इस लिए 'साहिल'
कोई तो है जो हम को रोज़ दाना डाल जाता है।

©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ

#बिना_देखे_खुदा_को_मानता_हूं... urdu poetry love poetry for her poetry in hindi

11 Love

Nature's first green is gold, Her hardest hue to hold. Her early leaf's a flower; But only so an hour. ©Omu Sutar

#GreenLeaves  Nature's first green is gold,
Her hardest hue to hold.
Her early leaf's a flower;
But only so an hour.

©Omu Sutar

#GreenLeaves poetry in english love poetry for her love poetry in english

13 Love

also fine 😁😁😁 ©Asik Rana Hoque

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©Asik Rana Hoque

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9 Love

Unsplash हर बात की कोई कहानी नहीं होती, हर धुन की मीरा दीवानी नहीं होती, कुछ रिश्तों का कोई नाम नहीं होता, कुछ रिश्तों की कोई निशानी नहीं होती। किसी की बातों में अब दिल नहीं लगता, किसी की यादें कभी पुरानी नहीं होती, टुकड़ों - टुकड़ों में सबको जीना पड़ता है, संग हमेशा किसी के जवानी नहीं होती। अपनों के लिए कभी वक्त नहीं है, गैरों की महफ़िल कभी वीरानी नहीं होती, तिनके-तिनके से घर बना करता है, अपनों से अपनों को परेशानी नहीं होती। ©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ

#अब_दिल_नहीं_लगता  Unsplash हर बात की कोई कहानी नहीं होती,
हर धुन की मीरा दीवानी नहीं होती,

कुछ रिश्तों का कोई नाम नहीं होता,
कुछ रिश्तों की कोई निशानी नहीं होती।

किसी की बातों में अब दिल नहीं लगता,
किसी की यादें कभी पुरानी नहीं होती,

टुकड़ों - टुकड़ों में सबको जीना पड़ता है,
संग हमेशा किसी के जवानी नहीं होती।

अपनों के लिए कभी वक्त नहीं है,
गैरों की महफ़िल कभी वीरानी नहीं होती,

तिनके-तिनके से घर बना करता है,
अपनों से अपनों को परेशानी नहीं होती।

©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ

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15 Love

White Log puchtay hai mujhse Nasha na krne ki wajah Mainay kaha: Woh Nasha hi kya jo chadtey hi kuch waqt ke bad utar jae Nasha toh aisa ho jo Yah toh Umar bhar hum nashay main ho Yah Nasha Umar bhar mujhe hojae ©Altab Alam Qureshi

 White Log puchtay hai mujhse Nasha na krne ki wajah 
Mainay kaha:

Woh Nasha hi kya jo chadtey hi kuch waqt ke bad utar jae
Nasha toh aisa ho jo
Yah toh Umar bhar hum nashay main ho 
Yah Nasha Umar bhar mujhe hojae

©Altab Alam Qureshi

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12 Love

जो नेकी कर के फिर दरिया में इस को डाल जाता है वो जब दुनिया से जाता है तो माला-माल जाता है। सँभल कर ही क़दम रखना बयाबान-ए-मोहब्बत में यहाँ से जो भी जाता है बड़ा बेहाल जाता है। कभी भूखे पड़ोसी की ख़बर तो ली नहीं उस ने मगर करने वो उमरा और हज हर साल जाता है। मनाऊँ हर बरस जश्न-ए-विलादत किस लिए आख़िर यहाँ हर साल मेरी उम्र का इक साल जाता है। है दुनिया तक ही अपनी दस्तरस में दौलत-ए-दुनिया फ़क़त हमराह अपने नामा-ए-आमाल जाता है। बिना देखे ख़ुदा को मानता हूँ इस लिए 'साहिल' कोई तो है जो हम को रोज़ दाना डाल जाता है। ©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ

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वो जब दुनिया से जाता है तो माला-माल जाता है।

सँभल कर ही क़दम रखना बयाबान-ए-मोहब्बत में
यहाँ से जो भी जाता है बड़ा बेहाल जाता है।

कभी भूखे पड़ोसी की ख़बर तो ली नहीं उस ने
मगर करने वो उमरा और हज हर साल जाता है।

मनाऊँ हर बरस जश्न-ए-विलादत किस लिए आख़िर
यहाँ हर साल मेरी उम्र का इक साल जाता है।

है दुनिया तक ही अपनी दस्तरस में दौलत-ए-दुनिया
फ़क़त हमराह अपने नामा-ए-आमाल जाता है।

बिना देखे ख़ुदा को मानता हूँ इस लिए 'साहिल'
कोई तो है जो हम को रोज़ दाना डाल जाता है।

©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ

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11 Love

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