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New हिंदू संगठन Status, Photo, Video

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एक ही गीता एक ही ज्ञान एक ही ईश्वर एक विधान कई रूप और अनेकों नाम सत्य सनातन की यही पहचान ©Dil_ki.dastaan

#गीता_ज्ञान #महाभारत #हिंदू #हिंदी #Motivational #सत्य  एक ही गीता एक ही ज्ञान 
एक ही ईश्वर एक विधान 
कई रूप और अनेकों नाम 
सत्य सनातन की यही पहचान

©Dil_ki.dastaan

Unsplash गुल को चमन, दरपन को सिंगार मिले, मेरे हिस्से में मुक़द्दर भी, दाग़दार मिले सच बोलके तन्हा हैं आज महफिल में झूठवालों को हजारों ही तरफदार मिले तरस आए सबके दिल की फटेहाली पे लोग जितने मिले सब ही कर्जदार मिले कैसे जिए कोई यहाँ मर्ज़ी के मुताबिक़ कोई उम्मीद नहीं,ज़िंदगी हमवार मिले इस तरह नींद से दुश्मनी कर ली हम ने ख़्वाब रातों में न आके, बार बार मिले न आवाज, न आहट, कोई सुनी हमने दरो दीवार अब ख़ुद से ही बेज़ार मिले वो तो दुश्मन था जो हमें अज़ीज़ लगा दोस्त जितने थे, सब ही नागवार मिले ©Lalit Saxena

#हिंदू #शायरी #lovelife  Unsplash गुल को चमन, दरपन को सिंगार मिले,
मेरे हिस्से में मुक़द्दर भी, दाग़दार मिले 

सच बोलके तन्हा हैं आज महफिल में
झूठवालों को हजारों ही तरफदार मिले 

तरस आए सबके दिल की फटेहाली पे
लोग जितने मिले सब ही कर्जदार मिले 

कैसे जिए कोई यहाँ मर्ज़ी के मुताबिक़
कोई उम्मीद नहीं,ज़िंदगी हमवार मिले 

इस तरह नींद से दुश्मनी कर ली हम ने
ख़्वाब रातों में न आके, बार बार मिले 

न आवाज, न आहट, कोई सुनी हमने
दरो दीवार अब ख़ुद से ही बेज़ार मिले 

वो तो दुश्मन था जो हमें अज़ीज़ लगा
दोस्त जितने थे, सब ही नागवार मिले

©Lalit Saxena

#lovelife #हिंदू शायरी

25 Love

White भ' से भूमि सबकी जननी 'ग' से गगन देते सबको शरण 'व्' से वायु से जीवन दीर्घायु 'अ' से अग्नि पावन करती 'न' से नीर बिना धरती विहिन "भ+ग+व्+आ+न = भगवान" ©Dil_ki.dastaan

#भगवान #हिंदू #कृष्ण #सनातन #सत्य  White भ' से भूमि सबकी जननी
'ग' से गगन देते सबको शरण 
'व्' से वायु से जीवन दीर्घायु 
'अ' से अग्नि पावन करती
'न' से नीर बिना धरती विहिन 

"भ+ग+व्+आ+न = भगवान"

©Dil_ki.dastaan

Unsplash केंद्रीय विद्यालय संगठन का सफ़र 15 दिसंबर 1963 में हुआ था गठन, सेंट्रल स्कूल के नाम से शुरू हुआ था संगठन। 20 रेजिमेंटल विद्यालय बने थे देने को शिक्षा, उनके बच्चों को जो करते हैं देश की सुरक्षा। शिक्षा मंत्रालय की और से देश को मिला वरदान था, 1965 को संगठन को मिला नया नाम था। ज्ञान की रोशनी लेकर फैलाया उजियारा, देश से विदेश तक बढ़ा संगठन हमारा। देश को 1,253 विद्यालयों की मिली हुई है सौगात, जहां ज्ञान विज्ञान से चमकता भविष्य प्रभात । विदेश में विद्यालय हैं काठमांडू, मॉस्को और तेहरान में, केंद्रीय विद्यालय संगठन सर्वोपरि संगठन है ज्ञान में। चलो बात करते हैं संगठन के मिशन की, 'तत् त्वं पूषन् अपावृणु' ध्येय लेकर संगठन के विजन की। विद्यालयी शिक्षा को उत्कृष्टता के शिखर पर पहुंचाना है, शिक्षा के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग और नवाचार को बढ़ाना है। राष्ट्रीय एकता और भारतीयता की भावना को विकसित करना है , छात्रों की प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता को पोषित करना है। तमसो मा ज्योतिर्गमय के साथ तक्षशिला और नालंदा का इतिहास दोहराना है, भारत का स्वर्णिम गौरव केंद्रीय विद्यालय को लाना है। आओ इस 62वें स्थापना दिवस पर हम करते हैं ये प्रण, शिक्षा, ज्ञान – विज्ञान से उजला हो भारत का कण कण। ©Deepali Singh Chauhan

#कविता #Book  Unsplash  केंद्रीय विद्यालय संगठन का सफ़र 

15 दिसंबर 1963 में हुआ था गठन,
सेंट्रल स्कूल के नाम से शुरू हुआ था संगठन।
20 रेजिमेंटल विद्यालय बने थे देने को शिक्षा,
उनके बच्चों को जो करते हैं देश की सुरक्षा।
शिक्षा मंत्रालय की और से देश को मिला वरदान था,
1965 को संगठन को मिला नया नाम था।


ज्ञान की रोशनी लेकर फैलाया उजियारा,
देश से विदेश तक बढ़ा संगठन हमारा।
देश को 1,253 विद्यालयों की मिली हुई है सौगात,
जहां ज्ञान विज्ञान से चमकता  भविष्य प्रभात ।
विदेश में विद्यालय हैं काठमांडू, मॉस्को और तेहरान में,
केंद्रीय विद्यालय संगठन सर्वोपरि संगठन है ज्ञान में।

चलो बात करते हैं संगठन के मिशन की,
 'तत् त्वं पूषन् अपावृणु' ध्येय लेकर संगठन के विजन की।
विद्यालयी शिक्षा को उत्कृष्टता के शिखर पर पहुंचाना है,
शिक्षा के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग और नवाचार को बढ़ाना है।
राष्ट्रीय एकता और भारतीयता की भावना को विकसित करना है ,
छात्रों की प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता को पोषित करना है।
तमसो मा ज्योतिर्गमय के साथ तक्षशिला और नालंदा का इतिहास दोहराना है,
भारत का स्वर्णिम गौरव केंद्रीय विद्यालय को लाना है।

  आओ इस 62वें स्थापना दिवस पर हम करते हैं ये प्रण,
शिक्षा, ज्ञान – विज्ञान से उजला हो  भारत का कण कण।

©Deepali Singh Chauhan

#Book केंद्रीय विद्यालय संगठन

13 Love

White न जातियों मे बंटेंगे न आतंकियों से कटेंगे जाति पंथ को भुलाकर हम सारे हिन्दू जुटेंगे पप्पू तेजू टोंटीचोर जैसे नेताओं से सचेत रहेंगे मुफ़्त रेवड़ियों के चक्कर में केजरीवाल जैसों से बचेंगे जिहादियों को तोडेंगे हम और सनातनियों को जोड़ेंगे रामजी की अयोध्या ले ली है काशी मथुरा भी हम छीनेंगे राणा-शिवा के वंशज हैं हम मुगलों की औलादों को रेलेंगे। ©Dil_ki.dastaan

#बंटेंगे_तो_कटेंगे #जयश्रीराम #हिंदू #सनातन #Motivational #काशी  White न जातियों मे बंटेंगे 
न आतंकियों से कटेंगे 

जाति पंथ को भुलाकर 
हम सारे हिन्दू जुटेंगे
 
पप्पू तेजू टोंटीचोर जैसे 
नेताओं से सचेत रहेंगे 

मुफ़्त रेवड़ियों के चक्कर में 
केजरीवाल जैसों से बचेंगे 

जिहादियों को तोडेंगे हम
और सनातनियों को जोड़ेंगे 

रामजी की अयोध्या ले ली है 
काशी मथुरा भी हम छीनेंगे 

राणा-शिवा के वंशज हैं हम
मुगलों की औलादों को रेलेंगे।

©Dil_ki.dastaan

एक ही गीता एक ही ज्ञान एक ही ईश्वर एक विधान कई रूप और अनेकों नाम सत्य सनातन की यही पहचान ©Dil_ki.dastaan

#गीता_ज्ञान #महाभारत #हिंदू #हिंदी #Motivational #सत्य  एक ही गीता एक ही ज्ञान 
एक ही ईश्वर एक विधान 
कई रूप और अनेकों नाम 
सत्य सनातन की यही पहचान

©Dil_ki.dastaan

Unsplash गुल को चमन, दरपन को सिंगार मिले, मेरे हिस्से में मुक़द्दर भी, दाग़दार मिले सच बोलके तन्हा हैं आज महफिल में झूठवालों को हजारों ही तरफदार मिले तरस आए सबके दिल की फटेहाली पे लोग जितने मिले सब ही कर्जदार मिले कैसे जिए कोई यहाँ मर्ज़ी के मुताबिक़ कोई उम्मीद नहीं,ज़िंदगी हमवार मिले इस तरह नींद से दुश्मनी कर ली हम ने ख़्वाब रातों में न आके, बार बार मिले न आवाज, न आहट, कोई सुनी हमने दरो दीवार अब ख़ुद से ही बेज़ार मिले वो तो दुश्मन था जो हमें अज़ीज़ लगा दोस्त जितने थे, सब ही नागवार मिले ©Lalit Saxena

#हिंदू #शायरी #lovelife  Unsplash गुल को चमन, दरपन को सिंगार मिले,
मेरे हिस्से में मुक़द्दर भी, दाग़दार मिले 

सच बोलके तन्हा हैं आज महफिल में
झूठवालों को हजारों ही तरफदार मिले 

तरस आए सबके दिल की फटेहाली पे
लोग जितने मिले सब ही कर्जदार मिले 

कैसे जिए कोई यहाँ मर्ज़ी के मुताबिक़
कोई उम्मीद नहीं,ज़िंदगी हमवार मिले 

इस तरह नींद से दुश्मनी कर ली हम ने
ख़्वाब रातों में न आके, बार बार मिले 

न आवाज, न आहट, कोई सुनी हमने
दरो दीवार अब ख़ुद से ही बेज़ार मिले 

वो तो दुश्मन था जो हमें अज़ीज़ लगा
दोस्त जितने थे, सब ही नागवार मिले

©Lalit Saxena

#lovelife #हिंदू शायरी

25 Love

White भ' से भूमि सबकी जननी 'ग' से गगन देते सबको शरण 'व्' से वायु से जीवन दीर्घायु 'अ' से अग्नि पावन करती 'न' से नीर बिना धरती विहिन "भ+ग+व्+आ+न = भगवान" ©Dil_ki.dastaan

#भगवान #हिंदू #कृष्ण #सनातन #सत्य  White भ' से भूमि सबकी जननी
'ग' से गगन देते सबको शरण 
'व्' से वायु से जीवन दीर्घायु 
'अ' से अग्नि पावन करती
'न' से नीर बिना धरती विहिन 

"भ+ग+व्+आ+न = भगवान"

©Dil_ki.dastaan

Unsplash केंद्रीय विद्यालय संगठन का सफ़र 15 दिसंबर 1963 में हुआ था गठन, सेंट्रल स्कूल के नाम से शुरू हुआ था संगठन। 20 रेजिमेंटल विद्यालय बने थे देने को शिक्षा, उनके बच्चों को जो करते हैं देश की सुरक्षा। शिक्षा मंत्रालय की और से देश को मिला वरदान था, 1965 को संगठन को मिला नया नाम था। ज्ञान की रोशनी लेकर फैलाया उजियारा, देश से विदेश तक बढ़ा संगठन हमारा। देश को 1,253 विद्यालयों की मिली हुई है सौगात, जहां ज्ञान विज्ञान से चमकता भविष्य प्रभात । विदेश में विद्यालय हैं काठमांडू, मॉस्को और तेहरान में, केंद्रीय विद्यालय संगठन सर्वोपरि संगठन है ज्ञान में। चलो बात करते हैं संगठन के मिशन की, 'तत् त्वं पूषन् अपावृणु' ध्येय लेकर संगठन के विजन की। विद्यालयी शिक्षा को उत्कृष्टता के शिखर पर पहुंचाना है, शिक्षा के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग और नवाचार को बढ़ाना है। राष्ट्रीय एकता और भारतीयता की भावना को विकसित करना है , छात्रों की प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता को पोषित करना है। तमसो मा ज्योतिर्गमय के साथ तक्षशिला और नालंदा का इतिहास दोहराना है, भारत का स्वर्णिम गौरव केंद्रीय विद्यालय को लाना है। आओ इस 62वें स्थापना दिवस पर हम करते हैं ये प्रण, शिक्षा, ज्ञान – विज्ञान से उजला हो भारत का कण कण। ©Deepali Singh Chauhan

#कविता #Book  Unsplash  केंद्रीय विद्यालय संगठन का सफ़र 

15 दिसंबर 1963 में हुआ था गठन,
सेंट्रल स्कूल के नाम से शुरू हुआ था संगठन।
20 रेजिमेंटल विद्यालय बने थे देने को शिक्षा,
उनके बच्चों को जो करते हैं देश की सुरक्षा।
शिक्षा मंत्रालय की और से देश को मिला वरदान था,
1965 को संगठन को मिला नया नाम था।


ज्ञान की रोशनी लेकर फैलाया उजियारा,
देश से विदेश तक बढ़ा संगठन हमारा।
देश को 1,253 विद्यालयों की मिली हुई है सौगात,
जहां ज्ञान विज्ञान से चमकता  भविष्य प्रभात ।
विदेश में विद्यालय हैं काठमांडू, मॉस्को और तेहरान में,
केंद्रीय विद्यालय संगठन सर्वोपरि संगठन है ज्ञान में।

चलो बात करते हैं संगठन के मिशन की,
 'तत् त्वं पूषन् अपावृणु' ध्येय लेकर संगठन के विजन की।
विद्यालयी शिक्षा को उत्कृष्टता के शिखर पर पहुंचाना है,
शिक्षा के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग और नवाचार को बढ़ाना है।
राष्ट्रीय एकता और भारतीयता की भावना को विकसित करना है ,
छात्रों की प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता को पोषित करना है।
तमसो मा ज्योतिर्गमय के साथ तक्षशिला और नालंदा का इतिहास दोहराना है,
भारत का स्वर्णिम गौरव केंद्रीय विद्यालय को लाना है।

  आओ इस 62वें स्थापना दिवस पर हम करते हैं ये प्रण,
शिक्षा, ज्ञान – विज्ञान से उजला हो  भारत का कण कण।

©Deepali Singh Chauhan

#Book केंद्रीय विद्यालय संगठन

13 Love

White न जातियों मे बंटेंगे न आतंकियों से कटेंगे जाति पंथ को भुलाकर हम सारे हिन्दू जुटेंगे पप्पू तेजू टोंटीचोर जैसे नेताओं से सचेत रहेंगे मुफ़्त रेवड़ियों के चक्कर में केजरीवाल जैसों से बचेंगे जिहादियों को तोडेंगे हम और सनातनियों को जोड़ेंगे रामजी की अयोध्या ले ली है काशी मथुरा भी हम छीनेंगे राणा-शिवा के वंशज हैं हम मुगलों की औलादों को रेलेंगे। ©Dil_ki.dastaan

#बंटेंगे_तो_कटेंगे #जयश्रीराम #हिंदू #सनातन #Motivational #काशी  White न जातियों मे बंटेंगे 
न आतंकियों से कटेंगे 

जाति पंथ को भुलाकर 
हम सारे हिन्दू जुटेंगे
 
पप्पू तेजू टोंटीचोर जैसे 
नेताओं से सचेत रहेंगे 

मुफ़्त रेवड़ियों के चक्कर में 
केजरीवाल जैसों से बचेंगे 

जिहादियों को तोडेंगे हम
और सनातनियों को जोड़ेंगे 

रामजी की अयोध्या ले ली है 
काशी मथुरा भी हम छीनेंगे 

राणा-शिवा के वंशज हैं हम
मुगलों की औलादों को रेलेंगे।

©Dil_ki.dastaan
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