White दोस्तों....
मौत की तरह तो सब जा रहे है कोई धीरे
कोई तेजी से, हर दिन लोग मर और पैदा
हो रहे है, हर दिन हजारों दिल मिल रहे और
टूट भी रहे, हर दिन लोग भर भर आंसू रो
भी रहे और हॅस भी रहे, पुराने रिलेशनशिप
क़ो तोड़ भी रहे और नए से बंध भी रहे, किसी क़ो किसी के जाने का गम है तो किसी
क़ो ख़ुशी, असली ख़ुशी लोग खोते जा रहे पता ही नहीं कि वो क्या चाहते है बस ज़िन्दगी जीनी है ज़ी रहे है उसका कोई मकसद नहीं, कि अगर भगवान ने इस धरती
पर भेजा है तो कुछ सोचा ही होगा, लाखो योनियों के बाद मनुष्य बने हो जानवर से भी
बत्तर व्यवहार ना करो, rape, crime ना करो
किसी क़ो जान कर तंग ना करो, थोड़ा तो परोपकारी बनो, इंसान बनो हैवान नहीं....
सोचो समझो विचार करो, वाणी पर ध्यान दो अपनी कि कैसे बोला... मीठा कि कड़वा...
©puja udeshi
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