White गुमसुम सी चुपचाप सी कली एक बैठी है
तुम्हारे बचाने से पहले लाज अपनी वह खो बैठी है
रोजी रोटी की खातिर एक खोखा वह चलती थी
अपनी दुकान का सामान वह खो बैठी है
आप इज्जत तो वापस नहीं कर सकते उसकी
होशो हवास वह खो बैठी है समाज के दरिंदे खुले घूम रहे हैं किस को पहचाने होलिया बताएं वकीलों के गंदे तीखे सवाल सुनकर और जवाब बार-बार देकर परेशान लाचार वह बैठी है सोच रही है कि लटक कर मर जाऊं इस जीवन से निराश होकर वह बैठी है इंसाफ कहां मिलता है इस देश में अकेली लड़की,महिला, बच्ची का जीवन खतरों में है इंसाफ कब मिलेगा इंसाफ के इंतजार में जान अपनी खो बैठी है....🥹
इन्साफ करो rape victims क़ो सालो लटकाओ
मत please 🙏🏻request to govt of India
©puja udeshi
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