White इंसान दो जगह हमेशा हार जाता है
इंसान दो जगह हमेशा हार जाता है,
जहाँ दिल का रिश्ता गहरा हो जाता है।
एक वो जगह, जहाँ प्यार बसा होता है,
दूसरी, जहाँ परिवार का साया होता है।
प्यार में हार, मगर जीत सी लगती है,
आँखों में आँसू, पर खुशी छलकती है।
दिल देता है सब कुछ बिना हिसाब के,
चाहत की ये डोर, कभी न टूटने वाले ख्वाब के।
परिवार में हार, समर्पण कहलाता है,
हर त्याग में स्नेह छिपा नज़र आता है।
अपनों की खुशी में अपनी खुशी पाता है,
हर मुश्किल में साथ, बस वही साथ निभाता है।
दोनों हारें हैं, पर दिल से स्वीकार हैं,
प्यार और परिवार, जीवन के आधार हैं।
इन्हीं में बसी है जीवन की मिठास,
इन्हीं के बिना अधूरी है हर सांस।
इसलिए इंसान यहाँ हारने से डरता नहीं,
क्योंकि ये हार ही असली जीत कही जाती है।
©Writer Mamta Ambedkar
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