tags

New ईंटें मनके तथा अस्थियां हड़प्पा सभ्यता Status, Photo, Video

Find the latest Status about ईंटें मनके तथा अस्थियां हड़प्पा सभ्यता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about ईंटें मनके तथा अस्थियां हड़प्पा सभ्यता.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#वीडियो #Trending #viral

सिंधु घाटी सभ्यता कैसे हुई खत्म #nojoto #viral #Trending

117 View

#हिंदी_दिवस_की_हार्दिक_शुभकामनाएँ #अंजलीसिंघल #हिंदी_दिवस #AnjaliSinghal #hindi_diwas

१४ सितंबर #हिंदी_दिवस ✍️ "हिंदी हमारी प्यारी हिंदी, भावों की अभिव्यक्ति है, धर्म का पाठ पढ़ाकर हमें, मानवता से जोड़े रखती है। इससे ही जुड़ी

90 View

#वीडियो

सफेद बोरी में भैंस का माँस 3 जिन्दा भैंस (पड़वा) तथा एक पिकप पुलिस ने किया बरामद पुलिस अधीक्षक बहराइच वृन्दा शुक्ला द्वारा अ

126 View

इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके छह प्रकार के विकार उत्पन्न होते है। इनको छह रीपु भी कहते है। यथा काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मात्सर्य स्वार्थ , ईर्ष्या , क्रोध , अहंकार , घमंड, अभिमान , गुस्सा , लालची स्वभाव , नास्तिक व्यवहार , असत्य ,झूठ , अपशब्द , दुष्टता, यह सब नरक के द्वार खोलते हैं और इन्हीं सबसे मनुष्य की पतन होती हैं ©person

#Motivational  इस कलयुग में 
मनुष्य ही 
असुर हैं और आसुरी भी
मन के भाव और भावनाएं दूषित हो 
तो नकारात्मक सोच 
और विकार ग्रसित कर देती हैं 
मन के विकार मनके छह प्रकार के विकार उत्पन्न होते है। इनको छह रीपु भी कहते है। यथा काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मात्सर्य 
स्वार्थ , ईर्ष्या , क्रोध , अहंकार , घमंड, अभिमान , गुस्सा ,
लालची स्वभाव ,
नास्तिक व्यवहार ,
असत्य ,झूठ ,
अपशब्द , दुष्टता,
यह सब नरक  के द्वार खोलते हैं 
और इन्हीं सबसे मनुष्य की पतन होती हैं

©person

इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके

10 Love

#मोटिवेशनल #Lion  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
भगवान् श्री कृष्ण जी के समस्त 
कर्म आसक्ति, अहंकार और 
कामनादि दोषों से सर्वथा रहित 
निर्मल और शुद्ध तथा केवल 
लोगों का कल्याण करने एवं 
नीति, धर्म, शुद्ध प्रेम और न्याय 
आदि का जगत् में प्रचार 
करने के लिये ही होते हैं।

©N S Yadav GoldMine

#Lion {Bolo Ji Radhey Radhey} भगवान् श्री कृष्ण जी के समस्त कर्म आसक्ति, अहंकार और कामनादि दोषों से सर्वथा रहित निर्मल और शुद्ध तथा केवल

81 View

#मोटिवेशनल #Paris_Olympics_2024  White (गीता ४।१९)
{Bolo Ji Radhey Radhey}
'जिसके सम्पूर्ण शास्त्र सम्मत 
कर्म बिना कामना और संकल्प 
के होते हैं, तथा जिसके समस्त 
कर्म ज्ञानरूप अग्नि के द्वारा 
भस्म हो गये हैं, उस महापुरुष को 
ज्ञानीजन भी पण्डित कहते हैं।'

©N S Yadav GoldMine

#Paris_Olympics_2024 (गीता ४।१९) {Bolo Ji Radhey Radhey} 'जिसके सम्पूर्ण शास्त्र सम्मत कर्म बिना कामना और संकल्प के होते हैं, तथा जिसके सम

117 View

#वीडियो #Trending #viral

सिंधु घाटी सभ्यता कैसे हुई खत्म #nojoto #viral #Trending

117 View

#हिंदी_दिवस_की_हार्दिक_शुभकामनाएँ #अंजलीसिंघल #हिंदी_दिवस #AnjaliSinghal #hindi_diwas

१४ सितंबर #हिंदी_दिवस ✍️ "हिंदी हमारी प्यारी हिंदी, भावों की अभिव्यक्ति है, धर्म का पाठ पढ़ाकर हमें, मानवता से जोड़े रखती है। इससे ही जुड़ी

90 View

#वीडियो

सफेद बोरी में भैंस का माँस 3 जिन्दा भैंस (पड़वा) तथा एक पिकप पुलिस ने किया बरामद पुलिस अधीक्षक बहराइच वृन्दा शुक्ला द्वारा अ

126 View

इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके छह प्रकार के विकार उत्पन्न होते है। इनको छह रीपु भी कहते है। यथा काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मात्सर्य स्वार्थ , ईर्ष्या , क्रोध , अहंकार , घमंड, अभिमान , गुस्सा , लालची स्वभाव , नास्तिक व्यवहार , असत्य ,झूठ , अपशब्द , दुष्टता, यह सब नरक के द्वार खोलते हैं और इन्हीं सबसे मनुष्य की पतन होती हैं ©person

#Motivational  इस कलयुग में 
मनुष्य ही 
असुर हैं और आसुरी भी
मन के भाव और भावनाएं दूषित हो 
तो नकारात्मक सोच 
और विकार ग्रसित कर देती हैं 
मन के विकार मनके छह प्रकार के विकार उत्पन्न होते है। इनको छह रीपु भी कहते है। यथा काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मात्सर्य 
स्वार्थ , ईर्ष्या , क्रोध , अहंकार , घमंड, अभिमान , गुस्सा ,
लालची स्वभाव ,
नास्तिक व्यवहार ,
असत्य ,झूठ ,
अपशब्द , दुष्टता,
यह सब नरक  के द्वार खोलते हैं 
और इन्हीं सबसे मनुष्य की पतन होती हैं

©person

इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके

10 Love

#मोटिवेशनल #Lion  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
भगवान् श्री कृष्ण जी के समस्त 
कर्म आसक्ति, अहंकार और 
कामनादि दोषों से सर्वथा रहित 
निर्मल और शुद्ध तथा केवल 
लोगों का कल्याण करने एवं 
नीति, धर्म, शुद्ध प्रेम और न्याय 
आदि का जगत् में प्रचार 
करने के लिये ही होते हैं।

©N S Yadav GoldMine

#Lion {Bolo Ji Radhey Radhey} भगवान् श्री कृष्ण जी के समस्त कर्म आसक्ति, अहंकार और कामनादि दोषों से सर्वथा रहित निर्मल और शुद्ध तथा केवल

81 View

#मोटिवेशनल #Paris_Olympics_2024  White (गीता ४।१९)
{Bolo Ji Radhey Radhey}
'जिसके सम्पूर्ण शास्त्र सम्मत 
कर्म बिना कामना और संकल्प 
के होते हैं, तथा जिसके समस्त 
कर्म ज्ञानरूप अग्नि के द्वारा 
भस्म हो गये हैं, उस महापुरुष को 
ज्ञानीजन भी पण्डित कहते हैं।'

©N S Yadav GoldMine

#Paris_Olympics_2024 (गीता ४।१९) {Bolo Ji Radhey Radhey} 'जिसके सम्पूर्ण शास्त्र सम्मत कर्म बिना कामना और संकल्प के होते हैं, तथा जिसके सम

117 View

Trending Topic