tags

New खाएँ आम बारहों महीने Status, Photo, Video

Find the latest Status about खाएँ आम बारहों महीने from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about खाएँ आम बारहों महीने.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#वीडियो #चरखी #एक

#चरखी दादरी में लगाया जाम #एक महीने से खोदी गई सड़क बनी तालाब

126 View

White पल्लव की डायरी ऊँची उड़ानों का दम्भ भर बैठे घुटन उतनी भारी है समसामयिक जीवन पीछे छूटा दिलो पर बोझ पड़ता भारी है घुमक्कड़ पन और सुख सुविधा को विकास मान बैठे अंतर्विरोध जीवन का भारी है भले कनेक्टीविटी जुड़ी हो दुनियाँ भर से जरूरत के कितने संग साथी है उधेड़ दिया जीवन आम आदमी का कद बौना लिये घूमता है विषमता और गैर बराबरी जोरो पर है अस्तिव की लड़ाई लिये, मारा मार मानव फिरता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#कविता #engineers_day #nojotohindi  White पल्लव की डायरी
ऊँची उड़ानों का दम्भ भर बैठे
घुटन उतनी भारी है
समसामयिक जीवन पीछे छूटा
दिलो पर बोझ पड़ता भारी है
घुमक्कड़ पन और सुख सुविधा को
विकास मान बैठे
अंतर्विरोध जीवन का भारी है
भले कनेक्टीविटी जुड़ी हो दुनियाँ भर से
जरूरत के कितने संग साथी है
उधेड़ दिया जीवन आम आदमी का
कद बौना लिये घूमता है
विषमता और गैर बराबरी जोरो पर है
अस्तिव की लड़ाई लिये, मारा मार मानव फिरता है
                                                                प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#engineers_day उधेड़ दिया जीवन आम आदमी का #nojotohindi

13 Love

#आम  White इक आम, 
इक खास, 
दोनों का राज फराश। 
इक मीठा, उपर से
भीतर गर्म तासीर लिए, 
इक खास बना इक महफ़िल का
बहुतों का काम तमाम किए।

©arvind bhanwra ambala. India

#आम खास

99 View

#beingoriginal #nojotohindi #Trending #poem

देश, आम आदमी #beingoriginal #nojotohindi #poem #Trending

108 View

मेहंदी लगे हाथ सावन के महीने में भोले बाबा के नाम.... ©Ruchi Jaiswal

 मेहंदी लगे हाथ 
सावन के महीने में
भोले बाबा के नाम....

©Ruchi Jaiswal

मेहंदी लगे हाथ सावन के महीने में भोले बाबा के नाम....

13 Love

#आम  White हां, मैं एक आम गृहणी हूं।
हाशिए पर जिसने अपने गुण जोश को धकेला है।
घर की नैया पतवार भी हूं।
किरदार मेरा अलबेला है।
करना तो बहुत कुछ जीवन में 
बस समयचक्र का खेला है।
कभी गुल्लक की पाई बनकर खुश हूं।
कभी धनिए ,टमाटर,बढ़ती महंगाई को टटोला है।
होती हूं संतुष्ट और जब थोड़ी खुश ,
तब ठेस पहुंचाते हुए हंसना मत,
मत समझना मेरी कोई औकात नही।
शायद मेरी महत्ता को समझ पाओ,
तुम्हारी मानसिकता की उतनी बिसात नही,
हां, मैं वो आम गृहिणी हूं।
 जो अपने आज को गिरवी रख ,
दूसरों का कल लिखती हूं ।

©PRIYANKA

#आम गृहिणी

54 View

#वीडियो #चरखी #एक

#चरखी दादरी में लगाया जाम #एक महीने से खोदी गई सड़क बनी तालाब

126 View

White पल्लव की डायरी ऊँची उड़ानों का दम्भ भर बैठे घुटन उतनी भारी है समसामयिक जीवन पीछे छूटा दिलो पर बोझ पड़ता भारी है घुमक्कड़ पन और सुख सुविधा को विकास मान बैठे अंतर्विरोध जीवन का भारी है भले कनेक्टीविटी जुड़ी हो दुनियाँ भर से जरूरत के कितने संग साथी है उधेड़ दिया जीवन आम आदमी का कद बौना लिये घूमता है विषमता और गैर बराबरी जोरो पर है अस्तिव की लड़ाई लिये, मारा मार मानव फिरता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#कविता #engineers_day #nojotohindi  White पल्लव की डायरी
ऊँची उड़ानों का दम्भ भर बैठे
घुटन उतनी भारी है
समसामयिक जीवन पीछे छूटा
दिलो पर बोझ पड़ता भारी है
घुमक्कड़ पन और सुख सुविधा को
विकास मान बैठे
अंतर्विरोध जीवन का भारी है
भले कनेक्टीविटी जुड़ी हो दुनियाँ भर से
जरूरत के कितने संग साथी है
उधेड़ दिया जीवन आम आदमी का
कद बौना लिये घूमता है
विषमता और गैर बराबरी जोरो पर है
अस्तिव की लड़ाई लिये, मारा मार मानव फिरता है
                                                                प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#engineers_day उधेड़ दिया जीवन आम आदमी का #nojotohindi

13 Love

#आम  White इक आम, 
इक खास, 
दोनों का राज फराश। 
इक मीठा, उपर से
भीतर गर्म तासीर लिए, 
इक खास बना इक महफ़िल का
बहुतों का काम तमाम किए।

©arvind bhanwra ambala. India

#आम खास

99 View

#beingoriginal #nojotohindi #Trending #poem

देश, आम आदमी #beingoriginal #nojotohindi #poem #Trending

108 View

मेहंदी लगे हाथ सावन के महीने में भोले बाबा के नाम.... ©Ruchi Jaiswal

 मेहंदी लगे हाथ 
सावन के महीने में
भोले बाबा के नाम....

©Ruchi Jaiswal

मेहंदी लगे हाथ सावन के महीने में भोले बाबा के नाम....

13 Love

#आम  White हां, मैं एक आम गृहणी हूं।
हाशिए पर जिसने अपने गुण जोश को धकेला है।
घर की नैया पतवार भी हूं।
किरदार मेरा अलबेला है।
करना तो बहुत कुछ जीवन में 
बस समयचक्र का खेला है।
कभी गुल्लक की पाई बनकर खुश हूं।
कभी धनिए ,टमाटर,बढ़ती महंगाई को टटोला है।
होती हूं संतुष्ट और जब थोड़ी खुश ,
तब ठेस पहुंचाते हुए हंसना मत,
मत समझना मेरी कोई औकात नही।
शायद मेरी महत्ता को समझ पाओ,
तुम्हारी मानसिकता की उतनी बिसात नही,
हां, मैं वो आम गृहिणी हूं।
 जो अपने आज को गिरवी रख ,
दूसरों का कल लिखती हूं ।

©PRIYANKA

#आम गृहिणी

54 View

Trending Topic