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तुमने खबर ही कहाँ ली मेरी मेरे साथ रहते हुए भी बस मान लिया कि ठीक ही होगी, तुमने पूछा ही कहाँ कुछ मुझसे बस मेरी खामोशी को समझ लिया की मेरी हाँ ही होगी, मैं जरूरी ही कहाँ थी उतनी जितना मैंने खुद को तुम्हारी जिंदगी में समझ लिया, मैंने तो बस सोच लिया की मैं तुम्हारे लिए कुछ खास होऊँगी पर मैं स्वीकार ही कहाँ पायी कुछ सच बस पाले रही वहम की खुशी ऐसी ही होती होगी, ये जो मानने और होने के बीच का फर्क होता है न उसे स्वीकारने में एक उम्र साथ गुजार देते है दो लोग और फिर पता ही नहीं चलता की कब एक दूसरे की आदत बन गए..! ©Matangi Upadhyay( चिंका )

#विचार #matangiupadhyay #thought  तुमने खबर ही कहाँ ली मेरी
 मेरे साथ रहते हुए भी बस मान लिया कि ठीक ही होगी, 
तुमने पूछा ही कहाँ कुछ मुझसे
 बस मेरी खामोशी को समझ लिया 
की मेरी हाँ ही होगी, 
मैं जरूरी ही कहाँ थी उतनी 
जितना मैंने खुद को तुम्हारी जिंदगी में समझ लिया, 
मैंने तो बस सोच लिया की 
मैं तुम्हारे लिए कुछ खास होऊँगी
 पर मैं स्वीकार ही कहाँ पायी 
कुछ सच बस पाले रही वहम
 की खुशी ऐसी ही होती होगी, 
ये जो मानने और होने के बीच का फर्क होता है
 न उसे स्वीकारने में एक उम्र साथ गुजार देते है
 दो लोग और फिर पता ही नहीं चलता
 की कब एक दूसरे की आदत बन गए..!

©Matangi Upadhyay( चिंका )

आदत बन गए हो तुम 🤔 #matangiupadhyay #thought #Life #Love

16 Love

गुलाब जैसे हो, गुलाब लगते हो... गुलाब जैसे हो, गुलाब लगते हो... हल्का सा मुस्कुरा दो बस , लाज़वाब लगते हो। ©Matangi Upadhyay( चिंका )

#matangiupadhyay #thought #लव #Hindi  गुलाब जैसे हो, गुलाब लगते हो...
गुलाब जैसे हो, गुलाब लगते हो...
हल्का सा मुस्कुरा दो बस , लाज़वाब लगते हो।

©Matangi Upadhyay( चिंका )

लाजवाब लगते हो ❤️ #matangiupadhyay #Nojoto #Hindi #Love #Life #thought

27 Love

White कौन फिरता है अब गली मोहल्लों में इश्क अब डिजिटल हो गया है। कौन करता है अब बाते रूह की इश्क अब फिजिकल हो गया है।। ©Stƴɭɩsʜ Tɩŋkʋ

#शायरी #my_feelings #love_qoutes  White कौन फिरता है अब गली मोहल्लों में इश्क अब डिजिटल हो गया है।

कौन करता है अब बाते रूह की इश्क अब फिजिकल हो गया है।।

©Stƴɭɩsʜ Tɩŋkʋ

इश्क अब डिजिटल हो गया है। #love_qoutes #Love #my_feelings

10 Love

पहाड़ों से निकली एक धारा खास, सपनों से भरी, एक नई तलाश। पत्थरों से टकराई, राह बनाई, हर दर्द को हँसी में समेट लाई।। हर ठोकर को उसने गले लगाया, रुकना उसकी किस्मत में नहीं था। दर्द से उसने अपना राग बनाया, सच में, वो कभी थमा नहीं था।। जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई, उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।। सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा, उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा। नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ, पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।। फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई, सागर के आँचल में हर याद बस गई। ©नवनीत ठाकुर

#कविता  पहाड़ों से निकली एक धारा खास,
सपनों से भरी, एक नई तलाश।
पत्थरों से टकराई, राह बनाई,
हर दर्द को हँसी में समेट लाई।।
हर ठोकर को उसने गले लगाया,
रुकना उसकी किस्मत में नहीं था।
दर्द से उसने अपना राग बनाया,
सच में, वो कभी थमा नहीं था।।
जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई,
उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।।
सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा,
उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा।
नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ,
पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।।
फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई,
सागर के आँचल में हर याद बस गई।

©नवनीत ठाकुर

फना हो कर भी अमर हो गए

14 Love

#भक्ति

जय हो

180 View

#Emotional

#Emotional आकर्षण से प्रेम नहीं, बल्कि... जिससे प्रेम हो, उसी से आकर्षण हो जाता है! quote on love

171 View

तुमने खबर ही कहाँ ली मेरी मेरे साथ रहते हुए भी बस मान लिया कि ठीक ही होगी, तुमने पूछा ही कहाँ कुछ मुझसे बस मेरी खामोशी को समझ लिया की मेरी हाँ ही होगी, मैं जरूरी ही कहाँ थी उतनी जितना मैंने खुद को तुम्हारी जिंदगी में समझ लिया, मैंने तो बस सोच लिया की मैं तुम्हारे लिए कुछ खास होऊँगी पर मैं स्वीकार ही कहाँ पायी कुछ सच बस पाले रही वहम की खुशी ऐसी ही होती होगी, ये जो मानने और होने के बीच का फर्क होता है न उसे स्वीकारने में एक उम्र साथ गुजार देते है दो लोग और फिर पता ही नहीं चलता की कब एक दूसरे की आदत बन गए..! ©Matangi Upadhyay( चिंका )

#विचार #matangiupadhyay #thought  तुमने खबर ही कहाँ ली मेरी
 मेरे साथ रहते हुए भी बस मान लिया कि ठीक ही होगी, 
तुमने पूछा ही कहाँ कुछ मुझसे
 बस मेरी खामोशी को समझ लिया 
की मेरी हाँ ही होगी, 
मैं जरूरी ही कहाँ थी उतनी 
जितना मैंने खुद को तुम्हारी जिंदगी में समझ लिया, 
मैंने तो बस सोच लिया की 
मैं तुम्हारे लिए कुछ खास होऊँगी
 पर मैं स्वीकार ही कहाँ पायी 
कुछ सच बस पाले रही वहम
 की खुशी ऐसी ही होती होगी, 
ये जो मानने और होने के बीच का फर्क होता है
 न उसे स्वीकारने में एक उम्र साथ गुजार देते है
 दो लोग और फिर पता ही नहीं चलता
 की कब एक दूसरे की आदत बन गए..!

©Matangi Upadhyay( चिंका )

आदत बन गए हो तुम 🤔 #matangiupadhyay #thought #Life #Love

16 Love

गुलाब जैसे हो, गुलाब लगते हो... गुलाब जैसे हो, गुलाब लगते हो... हल्का सा मुस्कुरा दो बस , लाज़वाब लगते हो। ©Matangi Upadhyay( चिंका )

#matangiupadhyay #thought #लव #Hindi  गुलाब जैसे हो, गुलाब लगते हो...
गुलाब जैसे हो, गुलाब लगते हो...
हल्का सा मुस्कुरा दो बस , लाज़वाब लगते हो।

©Matangi Upadhyay( चिंका )

लाजवाब लगते हो ❤️ #matangiupadhyay #Nojoto #Hindi #Love #Life #thought

27 Love

White कौन फिरता है अब गली मोहल्लों में इश्क अब डिजिटल हो गया है। कौन करता है अब बाते रूह की इश्क अब फिजिकल हो गया है।। ©Stƴɭɩsʜ Tɩŋkʋ

#शायरी #my_feelings #love_qoutes  White कौन फिरता है अब गली मोहल्लों में इश्क अब डिजिटल हो गया है।

कौन करता है अब बाते रूह की इश्क अब फिजिकल हो गया है।।

©Stƴɭɩsʜ Tɩŋkʋ

इश्क अब डिजिटल हो गया है। #love_qoutes #Love #my_feelings

10 Love

पहाड़ों से निकली एक धारा खास, सपनों से भरी, एक नई तलाश। पत्थरों से टकराई, राह बनाई, हर दर्द को हँसी में समेट लाई।। हर ठोकर को उसने गले लगाया, रुकना उसकी किस्मत में नहीं था। दर्द से उसने अपना राग बनाया, सच में, वो कभी थमा नहीं था।। जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई, उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।। सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा, उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा। नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ, पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।। फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई, सागर के आँचल में हर याद बस गई। ©नवनीत ठाकुर

#कविता  पहाड़ों से निकली एक धारा खास,
सपनों से भरी, एक नई तलाश।
पत्थरों से टकराई, राह बनाई,
हर दर्द को हँसी में समेट लाई।।
हर ठोकर को उसने गले लगाया,
रुकना उसकी किस्मत में नहीं था।
दर्द से उसने अपना राग बनाया,
सच में, वो कभी थमा नहीं था।।
जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई,
उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।।
सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा,
उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा।
नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ,
पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।।
फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई,
सागर के आँचल में हर याद बस गई।

©नवनीत ठाकुर

फना हो कर भी अमर हो गए

14 Love

#भक्ति

जय हो

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#Emotional आकर्षण से प्रेम नहीं, बल्कि... जिससे प्रेम हो, उसी से आकर्षण हो जाता है! quote on love

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