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ankahe zajbato ki Aawaj
मैं बारिश की बोली समझता न था हवाओं से मै यूं उलझता न था। है सीने में दिल भी, कहां थी मुझे यह खबर। कहीं पर हो राते, कहीं पे सवेरे। आवारगी ही रही मेरे साथ । ठहर जा , ठहर जा यह कहती है तेरी नजर ।
Untold Emotion #Nvn
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सोचा था इस कदर उनको भूल जाएंगे, देख कर भी अनदेखा कर जाएंगे, पर जब जब सामने आया उनका चेहरा, सोचा इस बार देख ले अगली बार से भूल जाएंगे। UntoldEmotionNvn
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गुजर रही थी ज़िन्दगी तेरे आने से पहले ।। तुम जो मिले तो जाना जीना क्या है ? ©Untold Emotion Nvn
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