#flowers चाहता आज भी हूं मैं उसे पागल की तरह
वो जो प्यासा है मेरे खून का खटमल की तरह
रंग को देख कर ठुकरा न मेरी जाने गज़ल
अपनी आंखों में बसा ले मुझे काजल की तरह
रोज बिजली की तरह मुझपे कड़कती हो सुनो
एक दिन मैं भी बरस जाऊंगा बादल की तरह
#City अभी रुक जाओ धुंध पड़ेगी वह #मौसम आने वाला है .!!
तुम चाह कर भी #नजरों से नहीं देख पाओगी .!!
पर #निगाहें तकती रहेगी उसे जो दिल में रहने वाला है .!!
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