Divya Shrotriya

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Shaiv,optimist

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White तुम प्रेमी हो मेरे प्रेम में तुमसे बस यही तो चाहती हूं कि जब भी तुम सामने आओ मैं कुछ सकुचाई सी शरमाई , घबराई सी तुमसे नजरें न मिला पाऊं और कंपकंपाते अधरों से तुम्हारा नाम पुकारना चाहूं पर आंखों से बहते अश्रु गालों से सीधा होठों पर आ गिरे और मुझे मूक कर दें और तुम पढ़ लो मेरे चेहरे पर वो खुशी वो उत्साह ......महसूस करो उस सरगम को जो बज रही हो मेरे हृदय में, देख सको मेरे मन मयूर को नृत्य करते हुए। सूखी आंखों को जैसे झमाझम बारिश के सावन ने भिगोया हो। और इस बारिश ने मुरझाए अधरों की कलियों को फिर से जीवित किया हो। तुम प्रेमी हो मेरे......... ©Divya Shrotriya

#GoodMorning #L♥️ve #लव #ishq  White तुम प्रेमी हो मेरे
प्रेम में तुमसे बस यही तो चाहती हूं कि जब भी तुम सामने आओ मैं कुछ सकुचाई सी शरमाई , घबराई सी तुमसे नजरें न मिला पाऊं और कंपकंपाते अधरों से तुम्हारा नाम पुकारना चाहूं 
पर आंखों से बहते अश्रु गालों से सीधा होठों पर आ गिरे और मुझे मूक कर दें और तुम पढ़ लो मेरे चेहरे पर वो खुशी वो उत्साह ......महसूस करो उस सरगम को जो बज रही हो मेरे हृदय में,
 देख सको मेरे मन मयूर को नृत्य करते हुए। 
सूखी आंखों को जैसे झमाझम बारिश के सावन ने भिगोया हो। और इस बारिश ने मुरझाए अधरों की कलियों को फिर से जीवित किया हो।
तुम प्रेमी हो मेरे.........

©Divya Shrotriya

White हाल -ए –हालात: पता है मेरी कल्पनाओं में कैसे हो तुम मुख पर सूर्य सा तेज लिए हृदय में चांद सी शीतलता लिए तुम कृष्ण सा चुलबुलापन और राम सी सरलता लिए तुम स्पर्श में फूलों सी नाज़ुकता लिए और विचारों में चट्टानों सी दृढ़ता लिए तुम सर्दी की धूप से तुम गर्मी में शीतल छांव से तुम सागर से गहरे तुम गंगा से पावन तुम कृष्ण के वृंदावन से तुम भोले की काशी से तुम वृंदावन की रज से तुम काशी की राख से तुम शंकर के तांडव से तुम सरस्वती की वीणा से तुम मोती के श्वेत रंग से तुम इंद्रधनुष के रंगों से तुम तुमको ढूंढती मैं ..... बताना तुम्हारी कल्पनाओं में कैसी थी मैं...🖊️ नायिका ©Divya Shrotriya

 White हाल -ए –हालात:

पता है मेरी कल्पनाओं में कैसे हो तुम

मुख पर सूर्य सा तेज लिए हृदय में चांद सी शीतलता लिए तुम

कृष्ण सा चुलबुलापन और राम सी सरलता लिए तुम

स्पर्श में फूलों सी नाज़ुकता लिए और विचारों में चट्टानों सी दृढ़ता लिए तुम

सर्दी की धूप से तुम गर्मी में शीतल छांव से तुम

सागर से गहरे तुम गंगा से पावन तुम

कृष्ण के वृंदावन से तुम भोले की काशी से तुम

वृंदावन की रज से तुम काशी की राख से तुम

शंकर के तांडव से तुम सरस्वती की वीणा से तुम

मोती के श्वेत रंग से तुम इंद्रधनुष के रंगों से तुम

तुमको ढूंढती मैं .....

बताना तुम्हारी कल्पनाओं में कैसी थी मैं...🖊️ नायिका

©Divya Shrotriya

#sunset_time #लव #प्यार #Feeling

14 Love

White कोई कहे कि मैं क्या हूं? नभ से टूटा तारा हूं या बादल से गिरी कोई बूंद हूं। कोई कहे कि मैं क्या हूं? किसी पेड़ से गिरी कोई शाख हूं या किसी रेगिस्तान से उड़ी रेत हूं। कोई कहे कि मैं क्या हूं? टूटे हुए दर्पण का कोई टुकड़ा हूं या किसी भीड़ का हिस्सा हूं। कोई कहे कि मैं क्या हूं? बगिया में खिलता फूल हूं या रास्ते में पड़ा शूल हूं। कोई कहे कि मैं क्या हूं? दोपहर की जलती धूप हूं या सुकून की शाम हूं। कोई कहे कि मैं क्या हूं? अस्तित्व ढूंढती मैं खुद का लिखता कौन मेरी कहानी है ? नाम है मगर भूली हूं खुद को बेनाम सी पूछती हूं सबसे ©Divya Shrotriya

#Sad_Status #stree  White कोई कहे कि मैं क्या हूं?
नभ से टूटा तारा हूं या बादल से गिरी कोई बूंद हूं।
कोई कहे कि मैं क्या हूं?
किसी पेड़ से गिरी कोई शाख हूं या किसी रेगिस्तान से उड़ी रेत हूं।
कोई कहे कि मैं क्या हूं?
टूटे हुए दर्पण का कोई टुकड़ा हूं या किसी भीड़ का हिस्सा हूं।
कोई कहे कि मैं क्या हूं?
बगिया में खिलता फूल हूं या रास्ते में पड़ा शूल हूं।
कोई कहे कि मैं क्या हूं?
दोपहर की जलती धूप हूं या सुकून की शाम हूं।
कोई कहे कि मैं क्या हूं?
अस्तित्व ढूंढती मैं खुद का लिखता कौन मेरी कहानी है ?
नाम है मगर भूली हूं खुद को बेनाम सी पूछती हूं सबसे

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बर्बाद ही होना था तो, जुए में पैसा लगा देते। इश्क में पड़ना ही जरूरी था क्या? ©Divya Shrotriya

#ज़िन्दगी #LostInSky #लव  बर्बाद ही होना था तो, जुए में पैसा लगा देते।
इश्क में पड़ना ही जरूरी था क्या?

©Divya Shrotriya

क्या करेंगे , जब इश्क में ठुकरा दिए जाएंगे। खुद का तमाशा बनाएंगे और लोगों को मुफ्त में दिखाएंगे। ©Divya Shrotriya

#विचार #Nojoto2liner #nojotohindi #SunSet  क्या करेंगे , जब इश्क में ठुकरा दिए जाएंगे।
खुद का तमाशा बनाएंगे
और 
लोगों को मुफ्त में दिखाएंगे।

©Divya Shrotriya

#लव #विचार #सीखना #समाज #alone

10 Love

मोहब्बत की हकदार होंगी सिर्फ वे जिनको होंगी बड़ी आंखें,तीखी नाक,गोरी रंगत, लम्बा कद और पतली कमर। एहसान,तानों और नुस्खों की हकदार रह जाएंगी वे जिनको होंगी छोटी आंखें,मोटी नाक,सांवली रंगत,छोटा कद और मोटी कमर। समाज के सम्मान और प्रेम से वंचित ये लड़कियां.. लेकर आएंगी सुंदरता का वरदान अगले जन्म में । ©Divya Shrotriya

 मोहब्बत की हकदार होंगी सिर्फ वे जिनको होंगी बड़ी आंखें,तीखी नाक,गोरी रंगत, लम्बा कद और पतली कमर।
एहसान,तानों और नुस्खों की हकदार रह जाएंगी वे जिनको होंगी छोटी आंखें,मोटी नाक,सांवली रंगत,छोटा कद और मोटी कमर।
समाज के सम्मान और प्रेम से वंचित ये लड़कियां..
लेकर आएंगी सुंदरता का वरदान अगले जन्म में ।

©Divya Shrotriya

#समाज #प्रेम #सुंदरता #merimaa

11 Love

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