कोई भीग रहा है छत की कमी से बारिशों में
कोई खुद को छत पर खड़े होकर भिगो रहा है
कोई सुकून महसूस करता है दर्द देकर
तो कोई खुशियां देकर भी बंद कमरे में रो रहा हैै
आज वो न जाने किस का इतना ख्याल रख रही होगी।
जो मेरे जुखाम होने पर भी बार-बार पूछती थी!
दवा खाई क्या?
मैं घमंड करता भी तो किस पे करता।
उसके सिवा मेरे पास और थाई क्या
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here