English
रेगिस्तान में घूमे इन्सान को जैसे पानी की प्यास है, उसी तराह आज भी तुझे पाने की आस है... सोचा दिल को बतादु भूल जा उसे, अब ओ किसी और की खास है, लेकिन क्या करू, मेरा ओ कम्बक्त दिल आज भी तेरे पास है....💔 . ©heartless SG
heartless SG
18 Love
सिद्दतो से तुझे पाने की कोशिश थी, पर आदतो की वजह से तुझसे दूर हु। तू ना मिली मुझे, लेकिन घूमे थे हम जिस गलियों में, वहां आज भी तेरा आशिक करके मशहूर हु। ©heartless SG
12 Love
Ye jo diljale aashik hai, Inhone hi kiya isko Kharab hai, Varna aaj bhi, Sukun ka dusra nam Sharab hai...🍻 ©heartless SG
15 Love
अब सिर्फ एक ही ख्वाइश है हमारी, जब मेरी मौत आए, तब उस लाश पर, परछाई भी ना हो तुम्हारी... ©heartless SG
717 View
857 View
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here