White *आप सभी को हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं*
शीर्षक - "हिंदी साहित्य की जान है"
हिंदी जान है .....
साहित्य की ही नहीं...
हमारी भी ।
जानते तो होंगे ही ना ,,
मैंने हिंदी के साथ जन्म लिया ,,
और मृत्यु में भी हिंदी होगी ।
बस...
हिंदी ही हमारी है ,,
कल भी और आज भी ।।
सुबह है हिंदी ..
रात है हिन्दी ।
उलझनों में भी ....
बात है हिन्दी ।
अरमां सारे ख्वाब है हिन्दी ..
जीवन की मेरे आब है हिन्दी ।।
पूजनीय है ईश्वर सी,,
मन में बसी...
कामेश्वर सी ।
मेंहदी सी खुशबू है इसमें ,,
संतोष सा जादू है इसमें ।
गम को सारे बिसराती है ,,
लेखनी में उतर जाती है ।।
शांत नदी सी बसती मुझमें ,,
धारा सी हलचल करती मुझमें ।
कभी सुकून बन जाती है ,,
विचलित जब भी मन हो तो..
सुखद दुकूल बन जाती है ।।
यह हिन्दी है ....
मेरी हिन्दी ।
हमारी हिन्दी ।
और मुझे जान से प्यारी हिन्दी ।।
©SEEMA SINGH
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