Naqib96

Naqib96 Lives in Jamshedpur, Jharkhand, India

My Hobbies:- Singing, Writing, And Reading

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हम ही से पुछते हैं वो कि मैं क्या हूं उसे ख़बर ही नहीं किस से बात करनी है ©Naqib96

#DarkWinters  हम ही से पुछते हैं वो कि मैं क्या हूं
उसे ख़बर ही नहीं किस से बात करनी है

©Naqib96

#DarkWinters

9 Love

तुझको अगर गुस्ताख़ निगाहों से ग़िला है जा दूर से भी अब तुझे देखा ना करेंगे ©Naqib96

#friends  तुझको अगर गुस्ताख़ निगाहों से ग़िला है
जा दूर से भी अब तुझे देखा ना करेंगे

©Naqib96

#friends

5 Love

उस नज़र की नज़र ने हमको ऐसी नज़र उतारी है नज़र तो कुछ भी नज़र न आए नज़र भी कैसी लगाई है ©Naqib96

 उस नज़र की नज़र ने हमको 
ऐसी नज़र  उतारी है
नज़र तो कुछ भी नज़र न आए
नज़र भी कैसी लगाई है

©Naqib96

उस नज़र की नज़र ने हमको ऐसी नज़र उतारी है नज़र तो कुछ भी नज़र न आए नज़र भी कैसी लगाई है ©Naqib96

6 Love

लोग मैख़ाने की बात करते हैं मैं उसकी आंखों में बहक जाता हूं ©Nakib1996

#Eyes  लोग मैख़ाने की बात करते हैं
मैं उसकी आंखों में बहक जाता हूं

©Nakib1996

#Eyes

7 Love

خلد والوں کو دکھانے کے لیے اک ترے کوچہ کا نقشہ چاہیے بیدم شاہ وارثی ©Nakib1996

 خلد والوں کو دکھانے کے لیے 
اک ترے کوچہ کا نقشہ چاہیے 
                              بیدم شاہ وارثی

©Nakib1996

خلد والوں کو دکھانے کے لیے اک ترے کوچہ کا نقشہ چاہیے بیدم شاہ وارثی ©Nakib1996

10 Love

ऐ ज़िन्दगी अब नहीं सहा जाता मेरे सर पर ये तेरा ये का बोझ अब मुझमें और हिम्मत नहीं न ही और बोझ उठाने की वो ताक़त थक गया हूं मैं इसे लादकर चलते हुए सुकून चाहिए थोड़ी इस जिम्मेदारी से इस झुठी रिश्तेदारी से, दुनियादारी से अब और ये चलते रहना का ढोंग करना व्यर्थ है कहीं पर ठहराव की तलाश में, बस ज़िन्दा रहने की आस में, ले चल कोई ऐसी जगह जहां तेरे और मेरे सिवा कोई न हो जहां से किसी को दिखाई न दे कोई पुकारे तो सुनाई न दे संसार के इस जाल से, बे सुरों के सुर ताल से ले चल तू कहीं दूर.. ©Nakib1996

#Drown  ऐ ज़िन्दगी अब नहीं सहा जाता
मेरे सर पर ये तेरा ये का बोझ
अब मुझमें और हिम्मत नहीं
न ही और बोझ उठाने की वो ताक़त
 थक गया हूं मैं इसे लादकर चलते हुए
सुकून चाहिए थोड़ी इस जिम्मेदारी से
इस झुठी रिश्तेदारी से, दुनियादारी से
अब और ये चलते रहना का ढोंग करना व्यर्थ है
कहीं पर ठहराव की तलाश में,
बस ज़िन्दा रहने की आस में,
ले चल कोई ऐसी जगह
जहां तेरे और मेरे सिवा कोई न हो
जहां से किसी को दिखाई न दे
कोई पुकारे तो सुनाई न दे
संसार के इस जाल से, बे सुरों के सुर ताल से
ले चल तू कहीं दूर..

©Nakib1996

#Drown

0 Love

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