गांव की मिट्टी के फसल हैं हम गांव की नदियों ने सींचा है हमे।। कभी खत्म न होने वाले विचारो के लकीर जैसे हमारे माता पिता ने इस जिंदगी की श्यामपट्ट (blackbord) पर खींचा है हमे।।
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