- चाणक्य (के अनकहे लफ्ज़)

- चाणक्य (के अनकहे लफ्ज़) Lives in Gurugram, Haryana, India

हर दिल पर लगी बात को, आंखों से नहीं रोते; जो अपनों के नहीं होते वो किसी के नहीं होते!! 😊अच्छा बन, बडा़ नहीं⛔ MBA (HR & MKT) , BCA , B.ED. Intermediate (NM). Writing & listing poetry is my hobby . Manager Logistics (8yrs).

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गम की दौल़त मुफ़्त लुटा दूं बिल्कुल नहीं, अश्कों में यह दर्द बहा दुं बिल्कुल नहीं; तूने तो औका़त दिखा दी है अपनी, मैं अपना मयाऱ गिरा दूं बिल्कुल नहीं।। अज्ञात 🔭 . ©- चाणक्य (के अनकहे लफ्ज़)

#कविता #PhisaltaSamay #लेखक #story  गम की दौल़त मुफ़्त लुटा दूं बिल्कुल नहीं,
अश्कों में यह दर्द बहा दुं बिल्कुल नहीं;


तूने तो औका़त दिखा दी है अपनी,
मैं अपना मयाऱ गिरा दूं बिल्कुल नहीं।।
 अज्ञात 🔭











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©- चाणक्य (के अनकहे लफ्ज़)

खींच लाई थी मदारी को सड़क पर रोटी; सबने ने उसकी मजबूरी को तमाशा समझा। . ©- चाणक्य (के अनकहे लफ्ज़)

#जिंदगी #कहानी #हिंदी #शायरी  खींच लाई थी मदारी को सड़क पर रोटी;
 सबने ने उसकी मजबूरी को तमाशा समझा।





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©- चाणक्य (के अनकहे लफ्ज़)

नदियां लाशों को पानी में नहीं रखतीं हैं, तैरे या डूबे किनारे तो सभी जाएंगे; चाहे कितनी भी बुलंदी पर चला जाए कोई, एक दिन तो उतारे तो "सभी" जाएंगे।। ©- चाणक्य (के अनकहे लफ्ज़)

#ChainSmoking #Shayar #Hindi #News  नदियां लाशों को पानी में नहीं रखतीं हैं,
तैरे या डूबे किनारे तो सभी जाएंगे;

चाहे कितनी भी बुलंदी पर चला जाए कोई,
एक दिन तो उतारे तो "सभी" जाएंगे।।

©- चाणक्य (के अनकहे लफ्ज़)
#Life_experience #DailyMessage #shayri #story

Taj whaaaaaa.... #Jo #Love #story #shayri #New #DailyMessage #Life_experience #Ho

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#ChainSmoking #Stories #shayri #story #write #Live  इस तरह तल्ख़ नवाईं से नहीं चलता है,
काम दुनिया में बुराई से नहीं चलता है;

प्यार जिंदा है दुनिया में भले लोगों से,
प्यार का नाम लड़ाई से नहीं चलता है।

मेरे बच्चों की इबादत भी है इसमें शामिल,
घर फक्त मेरी कमाई से नहीं चलता है।।










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©AV official   ⤴️

वाक़िफ नहीं जो लोग सफ़र के वसूल से, सांये की भीख मांग रहे हैं बबुल से; मैं आज तक सफ़र में हूं इसी वहम में, कि उभरेंगी मंजिलें मेरे पांव की धूल से। राधे राधे ❣️ . ©AV official ⤴️

#हिंदी #कविता #streetlamp #Shayar  वाक़िफ नहीं जो लोग सफ़र के वसूल से,
सांये की भीख मांग रहे हैं बबुल से;

मैं आज तक सफ़र में हूं इसी वहम में,
कि उभरेंगी मंजिलें मेरे पांव की धूल से।
राधे राधे ❣️












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©AV official   ⤴️
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