SHIVAM tomar

SHIVAM tomar "सागर"

Life is complicated path it will not be easy way

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video

जब दर्द हद से ज्यादा को तो आंसू बन जाता है। क्योंकि खुद के सिवा कोई हमदर्द नहीं होता। ©SHIVAM tomar "सागर"

 जब  दर्द हद से ज्यादा को तो आंसू 


बन जाता है।


 क्योंकि खुद के सिवा कोई  हमदर्द नहीं होता।

©SHIVAM tomar "सागर"

जब दर्द हद से ज्यादा को तो आंसू बन जाता है। क्योंकि खुद के सिवा कोई हमदर्द नहीं होता। ©SHIVAM tomar "सागर"

12 Love

मैं नजर, निगाह, नियत सब साफ कर रहा हूं। जिनके बिगड़े हैं , मैं उन्हें माफ कर रहा हूं। वो बोला तू कर दे चाहे माफ मैं ऊपर बैठकर इंसाफ कर रहा हूं। ©SHIVAM tomar "सागर"

 मैं नजर, निगाह, नियत 

सब साफ कर रहा हूं।



जिनके बिगड़े हैं , 

मैं उन्हें माफ कर रहा हूं।




वो बोला तू कर दे चाहे माफ 



 मैं ऊपर बैठकर  इंसाफ कर रहा हूं।

©SHIVAM tomar "सागर"

हर इक रात , उस बाप पर भारी होती है। जो अपनी औलाद की खातिर दिन में ख्वाब देखता है । कोई खरीदार ही नहीं दुनियां में , उसके जज्बात का, क्योंकि इक बाप अपनी नींद और ख्वाब बेचता है ✍️ पूज्य पिता श्री के लिए ✍️🙏 ©SHIVAM tomar "सागर"

 हर इक रात ,
उस बाप पर भारी होती है।



जो अपनी औलाद की खातिर 


दिन में ख्वाब  देखता है ।



कोई खरीदार ही नहीं दुनियां में ,
 उसके जज्बात का,

क्योंकि इक बाप
 अपनी नींद और ख्वाब  बेचता है 


✍️ पूज्य पिता श्री के लिए ✍️🙏

©SHIVAM tomar "सागर"

Unsplash किस्मत की लकीरों पर भी शक होता। जो अपना है , उस पर गैरों का हक होता है। ©SHIVAM tomar "सागर"

#leafbook  Unsplash किस्मत की लकीरों पर भी शक होता।


जो अपना है  , उस पर गैरों का हक होता है।

©SHIVAM tomar "सागर"

#leafbook

10 Love

Unsplash हर वक्त दुनिया की खबर रखता है। फकत खुद से ही दूर रहता है और हर चीज का मालिक खुद ही किराए के घर में मजदूर रहता है। ©SHIVAM tomar "सागर"

#camping  Unsplash हर वक्त दुनिया की खबर रखता है।

फकत 


खुद से ही दूर रहता है 


और हर चीज का मालिक  खुद ही 

किराए  के घर में मजदूर रहता है।

©SHIVAM tomar "सागर"

वो चिराग जो अंधेरे में जलते हैं। उजालों में वही बहुत खलते हैं। अक्सर अक्स भी छोड़ देता है साथ जिन्दगी का लोग कहां साथ चलते हैं। ©SHIVAM SINGH TOMAR

 वो चिराग जो अंधेरे में जलते हैं।

उजालों में वही  बहुत खलते हैं।


अक्सर  अक्स भी  छोड़ देता है 
साथ जिन्दगी का 

लोग कहां साथ चलते हैं।

©SHIVAM SINGH TOMAR
Trending Topic