मैं Mature हुँ
जबकि तुम कहती हो, और हर एक बात कि तरह मैं भी मानता हूँ
मुझे ठीक से पता है relationships कैसे चलाना है,
तो फिर तुमने ऐसा क्या किया कि आज मेरे ज़हन में
तुम्हारे खिलाफ ढ़ेर सारी बातें दस्तक दे रही हैं?
कुछ वक़्त के बाद भी ये बात दोहरानी पड़ रहीं हैं
इश्क है मुझे तुमसे और तुम्हीं से जरूरतें बनती जा रहीं हैं
हाँ गिरफ्तार हुँ तुम्हारे इश्क में मैं उड़ना नहीं चाहता
बस सलाखों के बाहर दो वक़्त का पहरा तुम्हारा चाहता
आगे future में क्या होगा मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता
सिर्फ तुम्हें जानता हूँ और मैं जब तक हुँ तुम्हारा ही हूँ
याद है तुम्हें, जब मैंने तुमसे हमारे relationships के बारे में पूछा था
तो तुमने क्या जवाब दिया था मैं बताता हूँ
मुझे तुमसे और हमारे इस relationships से कोई दिक्कत नहीं हैं
ये लाइन सुनने के बाद मैं अपना parsnal बताऊ
मेरा जो इश्क तुम्हारे लिए 100% था वो उसी time 110% हो गया था
और मेरी खुशी उसका तो कोई ठिकाना ही नहीं था
मैं कोई GF/BF वाला गेम नहीं खेल रहा हूँ।
मैं तुम्हारे साथ टाइम पास नहीं कर रहा हूँ।
मैं इश्क करता हुँ तुमसे हाँ, सच में बहुत....🫂🥺
क्या तुम्हारी maturity इश्क करने वालों को ये सोचने में मजबूर करती है
कि वो इश्क नहीं गुनाह कर रहे हैं
मेरी मानो जरा ध्यान दो अपने relationships में
©manu k alfaz
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