English
लिखना था कि खुश हैं तेरे बगैर भी यहां हम, मगर कमबख्त... आंसू हैं कि कलम से पहले ही चल दिए।
White ख़ुद समझ जाओगे उसकी चाहतों का रुख़ है क्या तुम हवा के सामने मिट्टी उड़ा के देखना ©Gumnaam Shayar
Gumnaam Shayar
10 Love
Monday, 30 December | 06:57 pm
0 Bookings
White अंधेरा मांगने आया था रोशनी की भीख हम अपना घर न जलाते तो और क्या करते ©Gumnaam Shayar
9 Love
54 View
New Year Resolutions ये ग़लत है ये साल ठीक नहीं हर घड़ी का मलाल ठीक नहीं ©Gumnaam Shayar
Unsplash नहीं आती तो याद उन की महीनों तक नहीं आती मगर जब याद आते हैं तो अक्सर याद आते हैं ©Gumnaam Shayar
13 Love
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here