खबर गर है तो ख़बरदार हो जाओ l
उठो, जागो और असरदार हो जाओ l
नहीं मिलता सोने वाले को यहाँ कुछ,
पाना है तो दिल से तलबगार हो जाओ l
सियासत अंधी हो चुकी, हुक्मरां भी बहरे हैं,
चीखो, चिल्लाओ और आवाजदार हो जाओ l
शशि सुमन
खबर गर है तो ख़बरदार हो जाओ l
उठो, जागो और असरदार हो जाओ l
नहीं मिलता सोने वाले को यहाँ कुछ,
पाना है तो दिल से तलबगार हो जाओ l
सियासत अंधी हो चुकी, हुक्मरां भी बहरे हैं,
चीखो, चिल्लाओ और आवाजदार हो जाओ l
शशि सुमन
7 Love
लबों को छू, मोहब्बत का पैगाम हो जाना l
आँखों के आंसू का, छलकता जाम हो जाना l
सच है कि तोड़ दी कसमें, इज्जत की खातिर,
मगर अखरता बहुत है, तुम्हारा किसी और के नाम हो जाना l
शशि सुमन
लबों को छू, मोहब्बत का पैगाम हो जाना l
आँखों के आंसू का, छलकता जाम हो जाना l
सच है कि तोड़ दी कसमें, इज्जत की खातिर,
मगर अखरता बहुत है, तुम्हारा किसी और के नाम हो जाना l
शशि सुमन
6 Love
लबों को छू, मोहब्बत का पैगाम हो जाना l
आँखों के आंसू का, छलकता जाम हो जाना l
सच है कि तोड़ दी कसमें, इज्जत की खातिर,
मगर अखरता बहुत है, तुम्हारा किसी और के नाम हो जाना l
शशि सुमन
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