इश्क होने देना था
उस इश्क थे फूल को खिलने देना था
अगर तुम्हारा दिल मेरे प्यार में तड़प रहा था
तो उसे तड़पने देना था
अगर मोहब्बत का इजहार करने की तलब थी उसके अंदर तो उसे मोहब्बत का इजहार करने देना था
लोग पूछते हैं अगर तुमसे मेरा नाम तो
उस नाम को मेरे नाम के साथ जुड़ने देना था
पंछी हूं तुम्हारे पिंजरे का
आज मुझे अपनी मोहब्बत से
आजाद कर दो
बहुत बंदीसे थी तुम्हारी मोहब्बत
में इस मोहब्बत की कहानी को
यहीं समाप्त कर दो
अब कभी लौट कर नहीं
आऊंगा तुम्हारे पिंजरे में
उस पिंजरे को दफन-ए-खाक कर दो
सदियों का इंतजार अभी खत्म नहीं हुआ
खुला है अभी भी मेरे घर का दरवाजा वो
दरवाजा अभी बंद नहीं हुआ
ताउम्र तेरी राह तकता रहूंगा
राह तकने का सफर अभी खत्म नहीं हुआ
तू आएगा एक दिन मेरे दरवाजे को लांग कर
रोज इसी उम्मीद में तेरा इंतजार करता हूं
मेरी उम्मीद का सिलसिला अभी खत्म नहीं हुआ
जिस्मानी मोहब्बत का ख्याल लेकर दिल में
रूह से मोहब्बत करने निकले हो
लगता है किसी के बहकावे में आ गए हो
तुम गलत रास्ता चुनने निकले हो
लोट जाओ वापस अभी वक्त है तुम्हारे पास
तुम अपनी बर्बादी का औजार अपने साथ लेकर निकले हो
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