असली दौलत दोस्ती, प्यार और परिवार में होती है। धन और संपत्ति कभी भी स्थायी नहीं होते, लेकिन सच्चे रिश्ते हमेशा हमारे साथ रहते हैं।”इसलिए
असली दौलत धन और संपत्ति में नहीं, बल्कि सच्ची दोस्ती, प्यार और परिवार के साथ में होती है। संकट के समय में सच्चे रिश्ते ही हमारा सहारा बनते हैं। खुशी और संतोष बाहरी चीज़ों से नहीं, बल्कि दिल से जुड़ी होती है।
©Simran yadav 0.1
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